छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में ईडी ने 122 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। ये संपत्तियां आइएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी, अरविंद सिंह और विकास अग्रवाल की है। जब्त संपत्तियों में अनवर ढेबर का रायपुर स्थित होटल वेन्निंगटन कोर्ट भी शामिल है। इसके पहले ईडी 58 करोड़ रुपएय की चल संपत्ति जब्त कर चुकी है, जिनमें नकद, फिक्स्ड डिपोजिट, शेयर और ज्वेलरी शामिल है।

अब तक कुल 180 करोड़ की चल-अचल संपत्ति जब्त कर चुकी है ईडी
इस तरह से अब तक कुल 180 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। ईडी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिन संपत्तियों को जब्त किया गया है कि उनमें अनिल टुटेजा की 12 संपत्तियां हैं, जिनका मूल्य 8.83 करोड़ है। इसी तरह से अनवर ढेबर की 98.78 करोड़ रुपये की 69 संपत्तियों को जब्त किया गया है। जबकि विकास अग्रवाल की 1.54 करोड़ की तीन संपत्तियां, अरविंद सिंह की 11.35 करोड़ की 32 संपत्तियां अरुणपति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ रुपये की एक संपत्ति को जब्त किया गया है।
ईडी का दावा-चार सालों में 2000 करोड़ रुपये की काली कमाई
ईडी वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि फिलहाल इन संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया गया है। ईडी ने 2019 से 2023 के बीच छत्तीसगढ़ में शराब की खरीद और बिक्री में 2000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है। घोटाले में अलग-अलग भूमिका के आरोप में ईडी अनवर ढेबर, नीतेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढल्लन और अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर चुकी है।