रायपुर 03जुलाई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर केन्द्रीय एजेन्सियों के माध्यम से लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र समेत पूरे देश में आतंकित कर राजनीतिक दलों को तोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है।
श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केन्द्रीय एजेन्सियां अलग अलग राज्यों में पहले छापे मार रही है और नेताओं पर घपले घोटाले के बड़े बड़े आरोप लग रहे है कुछ में गिरफ्तारियां भी हुई है लेकिन भय से आतंक से जैसे ही कथित भ्रष्टाचारी नेता भाजपा में पहुंच जाता है,वैसे ही वह भाजपा की वाशिंग मशीन में धुल कर क्लीन हो जाता है।तुरन्त ही जांच खत्म हो जाती है,और दूसरे लोगो पर शिकंजा कसने का खेल शुरू होता है।
उन्होने कहा कि भाजपा से बाहर रहने पर बहुत बड़े भ्रष्टाचारी उसमें शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री,उप मुख्यमंत्री,मंत्री और विभिन्न पदों पर आसीन हो चुके है और अब भाजपा की भ्रष्टाचारियों की सूची से बाहर है।उन्होने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की कल बिलासपुर में हुई जनसभा में उनकी सरकार पर लगाए गए आरोपो के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हे इस आदिवासी पिछले दलित बाहुल्य राज्य की न तो समस्याओं की जानकारी है और न ही उसकी समझ हैं। उन्होने कहा कि दिल्ली में अधिकांश नगरीय इलाका है,थोड़ा सा कृषि क्षेत्र है। उन्हे आरोप लगाने से पहले यह बताना चाहिए कि दिल्ली के किसानों के लिए उन्होने क्या किया है।
श्री बघेल ने कहा कि कोरोना काल में आक्सीजन की कमी से उत्पन्न समस्या पर हर राज्य छत्तीसगढ़ से आक्सीजन मांग रहा था तब केजरीवाल राजनीति कर रहे थे फिर भी प्रियंका जी कहने पर उन्होने दिल्ली आक्सीजन भिजवाया था।यहीं स्थिति लाकडाउन के समय थी,छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार से सभी मजदूरों के रूकने खाने की व्यवस्था की,जबकि दिल्ली से लाखों मजदूरों को तुरंत भागना पड़ा था। उन्होने छत्तीसगढ़ मे आठ घंटे बिजली मिलने के उनके कथन को हास्यापद बताते हुए कहा कि उन्हे पता नही है कि छत्तीसगढ़ में 24 घंटे बिजली है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस सप्ताह रायपुर के प्रस्तावित दौरे में राज्य सरकार की अपेक्षा के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि वह जीएसटी की भरपाई,रायपुर विमानतल पर कार्गों की व्यवस्था और बन्द ट्रेनों को शुरू करने समेत कई मांगे दिल्ली में उनसे मुलाकात के दौरान कर चुके है,उन पर भी तक कुछ नही हुआ,वहीं मांगे फिर वह दोहरा रहे है।