रायपुर 04 जुलाई।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की भाजपा की पूर्ववर्ती रमन सरकार पर 15 वर्षों के शासनकाल में हुए भारी भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मौन रहने का आरोप लगाते हुए उनसे पूछा हैं कि मुख्यमंत्री के लिखे पत्र पर वह कब रमन के कार्यकाल में हुए घोटालों की जांच करवायेंगे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार पर रोकने की बातें करते है लेकिन जब भ्रष्टाचार के मामले भाजपा से जुड़े हो तो प्रधानमंत्री मौन हो जाते है। अपने मित्र अडानी के घोटालों पर उनकी चुप्पी टूटने का इंतजार सारा देश कर रहा है। प्रधानमंत्री इस पर मौन है।भाजपा की छत्तीसगढ़ में 15 साल सरकार थी इस दौरान ही भ्रष्टाचार के अनेक नये रिकॉर्ड बने।
उन्होने कहा कि रमन के घोटालों की जांच के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी को और श्री मोदी को पत्र भी लिखा है। केंद्र में भाजपा की सरकार होने के कारण रमन सिंह के घोटालों की जांच नहीं हो रही है। राज्य की जनता का मानना है कि भाजपा का नेता होने के कारण डा.सिंह को केंद्र सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। देश भर में विपक्षी दलों की सरकारों, विपक्ष के नेताओं के ऊपर बिना किसी ठोस कारण के केंद्रीय एजेंसियां जांच के लिये पहुंच जाती है।
श्री शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के घोटालों के पूरे तथ्य है फिर जांच क्यों नहीं करवाई जा रही है? उन्होने कहा कि रमन और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के घोटाले की लंबी सूची है लेकिन हम प्रधानमंत्री जी से छह घोटालो की जांच की मांग करते है। जिसमें सीधे मनी लॉड्रिंग हुई है और जो ईडी के जांच के दायरे में आता है।क्या प्रधानमंत्री डा.सिंह के इन भ्रष्टाचारों की जांच के लिये केंद्रीय एजेंसियों को भेजने का साहस दिखायेंगे?