Friday , September 20 2024
Home / MainSlide / शरद पवार की इस बैठक में पार्टी के सभी पार्टी प्रमुखों और प्रदेश के नेताओं के जुटने की उम्मीद.. 

शरद पवार की इस बैठक में पार्टी के सभी पार्टी प्रमुखों और प्रदेश के नेताओं के जुटने की उम्मीद.. 

अजित पवार की बगावत के बाद शरद पवार आज दिल्ली में एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर अपनी ताकत दिखाने वाले हैं। बैठक में देशभर के एनसीपी नेताओं के जुटने की उम्मीद है। इस बैठक में पार्टी के सभी पार्टी प्रमुखों और प्रदेश के नेताओं के जुटने की उम्मीद है। इसके जरिए शरद पवार पार्टी के नेताओं को एकजुट करने की कोशिश में होंगे।

 राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) से अजित पवार की बगावत के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है। इस बीच आज शरद पवार दिल्ली में एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर अपनी ताकत दिखाने वाले हैं। बैठक में देशभर के एनसीपी नेताओं के जुटने की उम्मीद है।

NCP प्रमुख दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए अपने आवास सिल्वर ओक से रवाना भी हो चुके हैं।

पार्टी नेताओं को एकजुट रखने की कोशिश

शरद पवार की इस बैठक में पार्टी के सभी पार्टी प्रमुखों और प्रदेश के नेताओं के जुटने की उम्मीद है। इस बैठक के जरिए पवार पार्टी के नेताओं को एकजुट करने की कोशिश में होंगे। पार्टी और उसके चिह्न पर अपना दावा खोने से बचने के लिए शरद पवार का यह जरूरी कदम माना जा सकता है।

शरद पवार के पोस्टर हटाए गए

इस बीच बैठक से पहले ही एनडीएमसी ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के पोस्टर और होर्डिंग हटा दिए हैं।  मौलाना आजाद रोड सर्कल और जनपथ सर्कल के पास पोस्टर हटाए गए हैं।

चाचा पर भतीजा भारी

एनसीपी में फूट के बाद बीते दिन शरद पवार और अजित पवार गुट ने पार्टी की अलग-अलग बैठक आयोजित की। दोनों नेताओं की बैठक में काफी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। हालांकि, भतीजे अजित चाचा शरद पर भारी दिखे। ऐसा इसलिए, क्योंकि अजित गुट की बैठक में एनसीपी के 53 में से 32 विधायक शामिल हुए, वहीं शरद पवार की बैठक में 16 विधायक ही उपस्थित रहे।

बाकी बचे पांच में से चार विधायक किसी भी बैठक में नहीं पहुंच सके। वहीं एक विधायक नवाब मलिक अभी जेल में बंद हैं।

अजित पवार को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया

अजित पवार को पार्टी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और प्रफुल्ल पटेल पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहे। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर भी दावा ठोक दिया है।