Friday , September 20 2024
Home / MainSlide / भूपेश ने राज्य के पहले अंग्रेजी माध्यम शासकीय महाविद्यालय का किया लोकार्पण

भूपेश ने राज्य के पहले अंग्रेजी माध्यम शासकीय महाविद्यालय का किया लोकार्पण

रायपुर 13 जुलाई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कांकेर में राज्य के पहले स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का वर्चुअल लोकार्पण किया।

     श्री बघेल ने अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वर्चुअल लोकार्पण करते हुए कहा कि अंग्रेजी माध्यम से जो बच्चे हायर सेकेण्डरी स्कूलों से पढ़कर निकलेंगे, वे स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालयों में आगे भी इसी माध्यम से पढ़ाई जारी रख सकेंगे। राज्य में अंग्रेजी माध्यम के 10 स्वामी आत्मानंद आदर्श महाविद्यालय खोले जा रहे हैं। इन्हीं में से पहले स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का लोकार्पण आज कांकेर में हुआ।

     उन्होने कहा कि हमारा प्रयास है कि बस्तर में शिक्षा का उजियारा सभी तरफ फैले।रायपुर एनआईटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में चयनित कांकेर की छात्राएं गरीब परिवारों की हैं। बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, आवश्यकता उन्हें अवसर प्रदान करने की है। उन्होने इस कार्यक्रम में कांकेर जिले में स्कूली बच्चों के लिए संचालित ‘हमर लक्ष्य‘ कार्यक्रम अंतर्गत एनआईटी रायपुर में चयनित तीन छात्राओं तथा सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में चयनित एक छात्रा से बातचीत की और उन्हें सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।

    श्री बघेल ने कहा कि गरीब परिवारों की इन छात्राओं को राज्य शासन द्वारा आगे की पढ़ाई के लिए सहायता राशि प्रदान की जा रही है। ‘हमर लक्ष्य‘ कार्यक्रम के तहत कांकेर जिले के 75 बच्चों ने जेईई में क्वालीफाई किया है। इस कार्यक्रम में  ही उन्होने कांकेर जिले में बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले हितग्राहियों जिन्हें नौकरी मिली है, उनके साथ तथा कांकेर के अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय के छात्रों से संवाद किया।

   उन्होने कहा कि गरीब परिवार के विद्यार्थी को भी अंग्रेजी माध्यम में उत्कृष्ट शिक्षा दिलाने के लिए वर्ष 2020 में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय की शुरुआत की गई। यह योजना प्रदेश में काफी लोकप्रिय हुई। भेंट मुलाकात के दौरान प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्वामी आत्मानंद विद्यालयों की मांग की जाती थी, जिसके आधार पर अनेक स्कूलों की शुरूआत हुई। प्रदेश में आज स्वामी आत्मानन्द योजना के अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम के 377 और हिंदी माध्यम के 350 स्कूल संचालित हो रहे हैं।