रायपुर 27 फरवरी।छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र आज समाप्त हो गया,और इसके साथ ही सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बजट सत्र के समापन के अवसर पर सदन में कहा कि पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की गौरवशाली परम्परा को कायम रखा है। बजट से संबंधित सभी मांगों पर सार्थक चर्चा की गयी। मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए पूरी सदन को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि विधानसभा के सदस्यों ने अतिरिक्त समय देकर कार्य कुशलता के साथ कार्यपालिका की विधान मंडल के प्रति, खास तौर से वित्तीय मामलों में जवाबदेही को पूरा किया, जो सदस्यों की जागरूकता की पहचान है। जनहित के अनेक मुद्दे यहां बड़े अच्छे ढंग से उठाए गए। सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों ओर से अनेक सदस्यों ने जो वक्तव्य दिए, वे सटीक, ऊर्जा से भरे हुए और ज्ञानवर्धक थे।
मुख्यमंत्री ने चतुर्थ विधानसभा के ’जागरूक विधायक’ के रूप में चयनित होने पर सदन के वरिष्ठ सदस्य श्री सत्यनारायण शर्मा को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि श्री शर्मा अपनी रोचक शैली में गंभीर बातों को भी बड़े सहज ढंग से कह देते हैं।उम्र के इस पड़ाव पर भी लगातार जागरूक रहकर सदन की सेवा करने का उनका यह गुण सराहनीय है। वर्ष 2017 के लिए सत्ता पक्ष से चयनित उत्कृष्ट विधायक राजमहंत सांवलाराम डाहरे और प्रतिपक्ष से मोहन मरकाम को भी मुख्यमंत्री ने बधाई और शुभकामनाएं दी।
विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने इसके पहले सदन के संचालन में दिए गए सकारात्मक सहयोग और मार्गदर्शन के लिए मुख्यमंत्री, नेताप्रतिपक्ष सहित सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की चतुर्थ विधानसभा संसदीय मूल्यों के संरक्षण और परम्पराओं के परिपालन में एक आदर्श प्रस्तुत करने में सफल रही है।उन्होंने बजट सत्र में सम्पादित हुए संसदीय कार्यों की संक्षेप में जानकारी भी दी।उन्होंने बताया कि शासकीय-अशासकीय संस्थाओं, जनप्रतिनिधि संस्थाओं, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों सहित लगभग 3887 लोगों ने विधानसभा की कार्रवाई का प्रत्यक्ष अवलोकन किया, 16 हजार 813 नागरिकों ने भी विधानसभा की कार्रवाई देखी और 14 हजार 200 लोगों ने विधानसभा का भ्रमण किया।नेताप्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव और संसदीय कार्य मंत्री अजय चंद्राकर ने भी अपने विचार प्रकट किए।