निआमी 18 अगस्त।नाइजर में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बीच राजधानी निआमी में लगभग 300 भारतीय फंसे हुए हैं।
खबरों के मुताबिक फंसे नागरिक भारतीय सरकार से उन्हें वहां से निकालने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने नाइजर स्थित भारतीय दूतावास से इस समस्या को लेकर कई बार आग्रह किया है। दूतावास से भारतीयों को वहां से खाली करवाने को लेकर कोई महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद केरल के आठ निवासी सहित भारतीय समूह ने राजधानी निआमी छोड दिया। उन्होंने सड़क के जरिए सीमा पार करने का जोखिम उठाया। खबरों के अनुसार भारतीयों का यह समूह बुधवार सुबह बेनिन सीमा पहुंच गया। इस समूह के एक सदस्य ने कहा कि भारतीय दूतावास से जारी पत्र उनके लिए एकमात्र सहारा था। इस पत्र में उन्हें राजधानी शहर की सीमा पार करने की अनुमति दी गई थी। इस समूह को बेनिन सीमा पर नाइजर सेना ने रोका था। उन्हें पास के भवन में शरण लेने के लिए बाध्य किया गया था। बार-बार अनुरोध करने के बाद उन्हें कल सीमा पार करने की अनुमति दी गई थी।
बेनिन के अधिकारियों ने उनके पासपोर्ट पर शहर से बाहर निकलने और बेनिन में प्रवेश करने का ठप्पा लगाया। यह समूह आज राजधानी पोर्टो-नोवो पहुंचेगा। भारतीय सदस्य वहां से भारत में अपने-अपने शहरों के लिए उड़ान भरेंगे।
इस बीच, पश्चिमी अफ्रीकी राज्यों के सेनाध्यक्षों ने कल नाइजर में जारी संकट को लेकर घाना की राजधानी अक्करा में दो दिवसीय चर्चा की शुरुआत की। पश्चिमी अफ्रीकी क्षेत्रीय ब्लॉक इकोवास ने कहा कि अतिरिक्त बल को तैनात करने संबंधी योजना को अंतिम रूप देने के लिए बैठक की जा रही है। 26 जुलाई को सैन्य तख्तापलट में राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को सत्ता से बेदखल करने के बाद सोमवार को सैन्य शासन ने घोषणा की कि यह राष्ट्रपति बजौम पर देशद्रोह का मुकदमा चलाएगा।