अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा दिल्ली के बुराड़ी स्तिथ डीडीए ग्राउंड में आयोजित 69वें राष्ट्रीय अधिवेशन में आए कार्यकर्तायों को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि छात्र शक्ति का नारा सुनकर मैं 30 साल पीछे के जीवन में लौट गया। एबीवीपी चरित्र निर्माण कर रहा है। मेरे छात्र राजनीतिक जीवन की शुरुआत पंडाल के सबसे पीछे बैठकर हुई। मैं आज गर्व की अनुभूति कर रहा हूं।
गृहमंत्री ने कहा कि यह आजादी के अमृत काल का अधिवेशन है। आने वाले 25 साल भारत सर्व प्रथम का पीएम का संकल्प है। मैं विद्यार्थी परिषद का ऑर्गेनिक प्रोडक्ट हूं। एबीवीपी न रास्ता भटका न सरकारों को भटकने दिया। एबीवीपी ने हर चुनौती के सामने संघर्ष किया है। मदन दस देवी जी ने मेरे जैसे कार्यकर्ताओं का उचित मार्गदर्शन किया। सभी मार्गदर्शकों को प्रणाम करता हूं। एबीवीपी ने स्वर का मतलब हर क्षेत्र में बताया। एबीवीपी की सुगंध हर क्षेत्र में है। घुसपैठ के सामने सबसे बड़ा आंदोलन एबीवीपी ने चलाया।
आपातकाल के खिलाफ परिषद के कार्यकर्ता जेल भी गए और कष्ट सहे पर विजयी हुए। समय बदल गया है। अब काम करने की जरूरत है। राष्ट्र निर्माण में हम लगे हैं। देश के लिए जीने की जरूरत है। वर्तमान में घपले घोटाले की जगह नई नीतियों ने ली। देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। लोगों को मूलभूत सुविधाएं दी का रही है। अनुच्छेद 370 खत्म, लाल चौक पर तिरंगा लहराने से कोई नहीं रोक सकता। पूर्वोत्तर में शांति की स्थापना पिछले 10 साल में पीएम मोदी की सरकार के कारण हुआ। आने वाले दिनों में भारत को सर्व प्रथम होने से कोई नहीं रोक सकता।