उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के तराई को संवारने में सिक्ख समाज का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने रुद्रपुर में विभाजन विभीषिका स्मृति स्थल के अविलंब निर्माण की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने रुद्रपुर में आयोजित सिक्ख युवा सम्मेलन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रथम गुरु गुरुनानक से लेकर दशमेश गुरूओं के आशीर्वाद से तराई की यह धरती एक समृद्ध और लघु भारत के रूप में विकसित हुई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने राष्ट्र और धर्म को प्रथम रख एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। इसके लिए उन्होंने कुर्बानिया भी दीं। मुख्यमंत्री ने रूद्रपुर में विभाजन विभषिका स्मृति स्थल का निर्माण जल्दी करवाए जाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि आनंद कारज एक्ट के संबंध में मन्त्रिमंडल का निर्णय जल्दी लागू किया जाएगा। उन्होंने किसानों के पांच लाख तक के लोन पर स्टाम्प ड्यूटी की छूट जारी रखने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि तराई में वर्ग चार की भूमि के नियमितीकरण को भी आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अमृतसर तक के लिए तराई से अमृतसर तक रेलगाड़ी चलाने के लिए पुन: केन्द्रीय रेलमंत्री से आग्रह करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जगदीश सिंह गोल्डी, दिलजीत सिंह एवं हरविन्दर सिंह चुग को सम्मानित किया। उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए सभी की एकजुटता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहजादों की कुर्बानी पर वीर बाल दिवस मनाने का संकल्प लिया था और आज पूरे देश में वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे सिक्ख भाईयों का देश के विकास में जो योगदान है, उसको शब्दों में व्यक्त कर पाना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने यही कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करतापुर नानक साहिब में 120 करोड़ की लागत से कॉरिडोर की व्यवस्था करने का काम किया है। यही नहीं अफगानिस्तान की तालिबानी हुकुमत से पवित्र गुरूगंथ साहिब को हिन्दुस्तान लाने का कार्य भी प्रधानमंत्री द्वारा किया गया।
सीएम ने कहा प्रधानमंत्री द्वारा जो हमें नौ रत्न समर्पित किए गए हैं, उसमें से एक रत्न हमारा गोविन्दघाट से हेमकुंड साहब तक बनने वाला रोपवे है, जिससे 19 किमी. की पैदल यात्रा 9 मिनट में पूरी हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल्द ही यूनीफार्म सिविल कोड लागू किया जाएगा।