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स्वतंत्रता सेनानी केयूर भूषण को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम बिदाई

रायपुर 04 मई।स्वतंत्रता सेनानी एवं पूर्व सांसद स्व.केयूर भूषण को आज राजधानी रायपुर के महादेवघाट स्थित मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ गमगीन माहौल में अंतिम बिदाई दी गई।उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उनकी पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

डा.सिंह ने इस अवसर पर आयोजित शोक सभा में कहा कि स्वर्गीय श्री भूषण के निधन से छत्तीसगढ़ सहित देश ने गांधीवादी दर्शन और विनोबा जी के सर्वोदय विचारधारा में एक महान चिंतक को हमेशा के लिए खो दिया है। वे ऐसे सरल व्यक्तित्व के धनी थे, जिन्हें सब अपना कहते थे। उन्होंने आजीवन गांधीवादी और सर्वोदयी विचारधारा का निर्वाह किया। उनमें अद्भूत ऊर्जा थी और सत्य के प्रति उनका गहरा आग्रह था। उन्होंने तत्कालीन पंजाब में शांति की स्थापना के लिए पदयात्रा की थी।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के आंदोलन को उन्होंने गतिशीलता प्रदान की और छत्तीसगढ़ के नवनिर्माण में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान था। श्री केयूर भूषण ने गांधीजी के असहयोग आंदोलन में उन्होंने हिस्सा लिया और अस्पृश्यता उन्मूलन के लिए काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने गांधीजी को नहीं देखा, स्वर्गीय श्री केयूर भूषण जी को देखकर ये महसूस होता था कि गांधीजी कैसे रहे होंगे। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय श्री केयूर भूषण की स्मृति में मुक्तिधाम में बरगद का पौधा भी रोपा।

विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि श्री भूषण का जीवन बड़ा ही सहज और सरल था। उनके विचारों में दृढ़ता थी। उन्होंने सभी समाजों को जोड़ने का काम किया। श्री अग्रवाल ने विधानसभा के सभी सदस्यों की ओर से भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि श्री केयूर भूषण का निधन एक युग की समाप्ति जैसा है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर के ब्राम्हणपारा स्थित आनंद समाज वाचनालय के समीप नवनिर्मित गांधी भवन का नामकरण स्वर्गीय श्री केयूर भूषण की स्मृति में करने की सहमति प्रदान की है। राष्ट्रीय जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने कहा कि श्री केयूर भूषण गांधीवादी विचारधारा के सर्वोदयी नेता थे। वे सामाजिक समरसता की प्रतिमूर्ति थे।

वित्त आयोग के अध्यक्ष चंद्रशेखर साहू , नगर निगम रायपुर के महापौर प्रमोद दुबे, छत्तीसगढ़ ब्रेवरेजेस कार्पोरेशन के पूर्व अध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, पद्मश्री सम्मानित डॉ. महादेव प्रसाद पांडेय सहित अनेक जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में साहित्यकार और प्रबुद्ध नागरिक इस अवसर पर उपस्थित थे।