जांजगीर-चाम्पा 28 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज कहा कि राज्य का जांजगीर-चाम्पा जिला ऋषि संस्कृति और कृषि संस्कृति के साथ नई औद्योगिक संभावनाओं का भी संगम स्थल है। जिन्हें विकास देखना हो, वे एक बार इस जिले को जरूर देखें।
डॉ.सिंह ने आज जिले के बम्हनीडीह में विकास यात्रा के दौरान एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए। उन्होंने इस अवसर पर जिले के विकास के लिए लगभग 302 करोड़ रूपए के 27 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इसके साथ ही उन्होंने जिले के लगभग एक लाख 32 हजार किसानों को विगत वर्ष के धान बोनस के रूप में 200 करोड़ रूपए की धन राशि ऑन लाइन जारी करते हुए उनके बैंक खातों में जमा कर दी।
उन्होने आमसभा में हसदेव नदी में बम्हनीडीह – दहिदा मार्ग पर पुल निर्माण की मांग मंजूर करने की घोषणा करते हुए कहा कि इसके लिए प्राक्कलन बनवाकर इसे आगामी बजट में शामिल कर लिया जाएगा। इससे बम्हनीडीह और नवागढ़ के बीच आवागमन आसान हो जाएगा।नवतपे के चौथे दिन तेज धूप और भीषण गर्मी के बावजूद हजारों की संख्या में किसानों, मजदूरों और ग्रामीणों की उपस्थिति पर मुख्यमंत्री ने उनका आभार व्यक्त किया।
उन्होंने 12 मई से चल रही प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के विभिन्न पड़ावों में उमड़ते भारी जनसैलाब का जिक्र करते हुए कहा कि विकास यात्रा अब जनता के विश्वास की यात्रा में बदलती जा रही है।उन्होंने सभा में राज्य और केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं और सुविधाओं के माध्यम से गरीबों को राहत देना, लोगों की जिन्दगी को आसान बनाना, यही तो विकास है और यही विकास यात्रा का भी उद्देश्य है।
डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जनता की बेहतरी के लिए पहली बार कई नवीन योजनाओं की शुरूआत हुई है, जिनमें गरीबों को एक रूपए किलो चावल और निःशुल्क आयोडिन नमक देने की योजना भी शामिल हैं। पहली बार इस राज्य में सभी परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सालाना 50 हजार रूपए तक निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। इसके लिए 95 प्रतिशत से ज्यादा लोगों के स्मार्ट कार्ड बन चुके हैं। गरीबों को विशेष रूप से इस योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित आयुष्मान भारत योजना के बारे में भी जनता को बताया।