अयोध्या: राम मंदिर में बालक राम के सामने रखे 6 दान पात्रों में चढ़ावे की धनराशि की गिनती शनिवार को रात शयन आरती के बाद शुरू की गई, जो रात 2 बजे के बाद तक चली। भारी भीड़ के चलते पिछले 10 दिनों से इन बड़े आकार के दानपात्रों में दान की राशि की गिनती के लिए नहीं खोला गया था। इस दौरान भारी मात्रा मे चढ़ावा इन दानपात्रों में जमा होता रहा, जिसमें बड़ी संख्या में आभूषण आदि भी पाए गए। करीब एक करोड़ से ज्यादा का चढ़ावा राशि दानपात्रो में पाई गई, जिसमें बड़ी संख्या में कीमती सोने चांदी और अन्य धातुओं के जेवर भी थे।
चढ़ावा राशि की काउंटिंग टीम के सूत्रों के मुताबिक मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र के संरक्षण में ट्रस्ट के प्रतिनिधि गोपालजी, परिसर प्रभारी राम शंकर उर्फ टिन्नू कैश प्रभारी सुभाष चंद्र श्रीवास्तव और 15 स्टेट बैंक कर्मचारियों की टीम ने सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में 6 दानपात्रों को खोलवा कर जमा सामानों को सुरक्षित रखवाया गया। उसके बाद इसमें जमा धनराशि की गिनती शुरू हुई, जो देर रात तक चलती रही। चढ़ावा राशि और भेंट के सामानों को मंदिर परिसर के काउंटिंग रूम में बने चेस्ट में रखवा दिया गया है।
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22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर आम लोगों के खोल दिया गया है। 23 जनवरी को रिकॉर्ड भक्त रामलला के दर्शन को पहुंचे थे, जिसको संभालने में पुलिस-प्रशासन के पसीने छूट गए थे। योगी को खुद मोर्चा संभालना पड़ा था। रामलला के दर्शन के लिए लगातार भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं।