छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने विधानसभा में एक लाख 47 हजार 500 करोड़ का बजट पेश किया। इस बार के बजट की खास बात ये रही कि इसमें पिछले बार की तरह कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया है।
छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने विधानसभा में एक लाख 47 हजार 500 करोड़ का बजट पेश किया। इस बार के बजट की खास बात ये रही कि इसमें पिछले बार की तरह कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार ने बजट में ज्ञान (GYAN) पर फोकस किया है। सरकार ने इसे रेवेन्यू सरप्लस वाला बजट बताया है। बजट का थीम अमृतकाल की नींव और GREAT CG है। साय सरकार ने छत्तीसगढ़ को 2047 तक विकसित राज्य बनाने के लिए विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने की घोषणा की है। जिसे ‘अमृत काल- छत्तीसगढ़ विजन 2047 नाम दिया गया है।
सीएम साय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यह बजट केवल 5 साल का बजट नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़ को कई वर्षों तक आगे ले जाने वाला बजट है।
ये विकास की दशा और दिशा सवारने वाला या बजट है। बजट बिना किसी नए कर प्रस्ताव के और मौजूदा करो में बिना कोई वृद्धि वाला है। यह प्रदेश का राजस्व बढ़ाने वाला बजट है। सरकार का विजन डॉक्यूमेंट भी है।
बजट में ज्ञान पर फोकस किया गया है, चार शब्दों यानी ज्ञान पर फोकस किया गया है। ‘जी’ का मतलब है गरीब लोग। बस्तर के गरीब लोग तेंदूपत्ता तोड़ते हैं, इसे हरा सोना भी बोलते हैं। अब तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए 5500 मानक की दर से भुगतान किया जाएगा। रमन सरकार की चरण पादुका योजना फिर से शुरू होगी। बजट में सरगुजा और बस्तर संभाग के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। गरीब भूमिहीन मजदूरों को सरकार सालभर में 10 हजार रुपए देगी। गरीबों के उत्थान के लिए और भी कई सारे प्रावधान तय किए गए हैं। ‘वाई’ का मतलब है युवा यानी यूथ के लिए इस बजट में बहुत सारे प्रावधान हैं। सीजीपीएससी में जो अनियमित हुई थी, उसकी जांच कराई जाएगी। सीबीआई इस मामले की जांच करेगी। बेरोजगारों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाएगी। ‘ए’ का मतलब है अन्नदाता यानी किसान हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है। यहां के लोग अधिकांश खेती पर आधारित है, किसानों के लिए भी इस बजट में प्रावधान किया गया है। 2100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की गई। ‘एन’ का मतलब नारी है। नारी सशक्तिकरण के लिए भी अनेकों बजट में प्रावधान है। मोदी की गारंटी में महतारी बंधन योजना पर बल दिया गया है।