रामनगरी में जानकी नवमी दो दिन मनेगी। उदया तिथि के भेद के चलते 16 और 17 मई को पर्व मनाया जाएगा। राम मंदिर में भी उत्सव होगा। रामलला के दरबार में भी जानकी जन्मोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं।
राम जन्मोत्सव के बाद अब जानकी जन्मोत्सव की भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। जनक नंदिनी माता जानकी का प्राकट्योत्सव इस साल बैसाख शुक्ल नवमी पर मनाया जाएगा। जानकी जन्मोत्सव को लेकर उदया तिथि का भेद भी सामने आया है।
छोटी देवकाली मंदिर में जानकी नवमी का उत्सव 16 मई को मनाया जाएगा, जबकि वैष्णव परंपरा के मंदिरों में 17 मई को जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस बार रामलला के दरबार में भी जानकी जन्मोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं।
अयोध्या में शाक्त परंपरा के सबसे प्रतिष्ठित देवी मंदिर छोटी देवकाली में बैसाख नवरात्र का नौ दिवसीय अनुष्ठान नौ मई से दुर्गा सप्तशती के पारायण से होगा। इस मौके पर देवकाली मंदिर में उत्सवों का आयोजन करने वाली संस्था देवकाली समाज का 89वां वार्षिकोत्सव भी मनाया जाएगा। इस दौरान महाअष्टमी के पर्व पर 15 मई को छोटी देवकाली मंदिर में देवी मां की भव्य शोभायात्रा पूरे नगर में धूमधाम से निकाली जाएगी।
श्रीराम-जानकी मंदिर में होगा श्रीराम महायज्ञ
दशरथ राजमहल बड़ा स्थान में जानकी नवमी के उपलक्ष्य में श्रीराम महायज्ञ का आयोजन बिंदुगद्याचार्य महंत देवेंद्र प्रसादाचार्य के सानिध्य में परंपरागत रूप से किया जाएगा। इस महायज्ञ का आयोजन मखौड़ा धाम स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर में होगा। कनक भवन में भी जनक नंदिनी का उत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनेगा।
कनक भवन की मान्यता है कि माता कैकेई ने इसे देवी सीता को मुंह दिखाई में भेंट स्वरूप दिया था। इसी तरह से जानकी महल को भी जनकलली किशोरी जी का मायका कहा जाता है। इसके अलावा श्रीरामबल्लभाकुंज, लक्ष्मण किला, सियाराम किला, रामहर्षण कुंज सहित अन्य मंदिरों में भी जानकी जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
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