पटना: बिहार में इस बार चुनाव में पहली बार लोकसभा के रण में उतरे नवोदित प्रत्याशी ने तीन सीट औरंगाबाद, सीवान और सीतामढ़ी की चुनावी बिसात पर राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी को मात दे दी। बिहार के चितौड़गढ़ कहे जाने वाले औरंगाबाद संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार सुशील सिंह ने आठवीं बार किस्मत आजमायी।
वहीं उनके सामने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार पूर्व विधायक अभय सिन्हा चुनौती बनकर खड़े थे। सूर्यनगरी औरंगाबाद संसदीय सीट से सुशील कुमार सिंह चार बार चुनाव जीत चुके थे। इस बार भाजपा के सिंह अपनी जीत के प्रति आश्वस्त थे। हालांकि राजद के अभय कुमार सिन्हा ने सियासी रणभूमि में अपना दम दिखाया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी चार बार के सांसद सुशील कुमार सिंह को 79 हजार 111 मतों के अंतर से शिकस्त दे दी।
बिहार की सीवान संसदीय संसदीय सीट से जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी विजय लक्ष्मी देवी पहली बार चुनावी दंगल में उतरी थी। राष्ट्रीय जनता दल ने उनके सामने अपने दिग्गज नेता सीवान के छह बार के विधायक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को चुनावी समर में उतार दिया। पूर्व सांसद मोहम्मद शाहबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी रणभूमि में उतर आई। जदयू उम्मीदवार विजय लक्ष्मी देवी ने निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व सांसद मोहम्मद शाहबुद्दीन की पत्नी हिना शाहब को 92 हजार 857 मतों के अंतर से पराजित किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार अवध बिहारी चौधरी तीसरे नंबर पर रहे।
सीतामढ़ी संसदीय सीट से बिहार विधान परिषद के सभापति और विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर जनता दल यूनाईटेड -(जदयू) के टिकट पर पहली बार लोकसभा के रण में उतरे थे। राजद ने यहां अपने दिग्गज नेता पूर्व सांसद अर्जुन राय को प्रत्याशी बना दिया। सीतामढ़ी संसदीय सीट से जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी देवेश चंद्र ठाकुर ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार दिग्गज राजनेता अर्जुन राय को चारों खाने चित कर दिया। ठाकुर ने अर्जुन राय को 51 हजार 356 मतों के अंतर से पराजित किया और पहली बार सांसद निर्वाचित हुए।