सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में मौसम बदलने पर अक्सर व्यक्ति बीमारी पड़ने लगता है। सर्दी-खांसी और बुखार होना इस मौसम में आम बात है। ऐसे में शरीर को मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए अधिक इम्युनिटी और ताकत की जरूरत होती है, जो अच्छे खानपान से बनती है। इस दौरान घरों में खासकर कुछ ऐसी ट्रेडिशनल स्वीट रेसिपीज बनाई जाती है, जो शरीर को गर्माहट तो देती ही है, साथ ही, ये इम्युनिटी भी मजबूत करती है और बीमरियों से लड़ने में मदद भी करती है। आइए जानते हैं इन ट्रेडिशनल मिठाइयों के बारे में।
गाजर का हलवा
सर्दियां शुरु होते ही सब्जी मार्केट में गाजर खूब आने लगती है। ऐसे सर्दियों में गाजर का हलवा खूब घरों में बनाया और खिलाया जाता है। गाजर, दूध, घी, चीनी और इलायची से बने इस हलवे में न केवल स्वाद होता है, बल्कि विटामिन-ए और आयरन भी भरपूर होता हैं। यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है और दिनभर एनर्जी बनाएं रखता है। ये इम्युनिटी मजबूत करने के साथ-साथ आंखों और स्किन की सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद घी एनर्जी देता है और इलायची की एंटीइफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी डाइजेशन में मदद करती है।
पंजीरी
पंजीरी भी सर्दियों में बनाई जाने वाली स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई है। यह खासतौर पर त्योहारों और खास अवसरों पर बनाई जाती है। पंजीरी बनाने में गेहूं का आटा, घी, ड्राईफ्रूट्स और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। ये खाने में न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि शरीर को गर्मी और एनर्जी भी देती है। इसके सेवन से शरीर को हेल्दी फैट्स, फाइबर और एंटीऑक्सीडेट्स भी मिलते हैं। आटे में विटामिन-ई, तो वहीं घी में ब्यूटिरेट होता है, जो एक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड है। इसमें सूजन-रोधी गुण पाए गए हैं। इसके अलावा, बादाम और अखरोट जैसे सूखे मेवों को इसमें मिलाने से ओमेगा-3 की मात्रा बढ़ जाती है, जो सूजन से लड़ने और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
तिल गुड़ की गजक और लड्डू
सर्दियों में खासकर तिल और गुड़ से बनी गजक और लड्डू का सेवन जरूर किया जाता है। तिल और गुड़ की तासीर की गर्म होती है जो शरीर की गर्माहट बनाए रखने में मदद करती है। इसके अलावा तिल में कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम भी पाया जाता है जो शरीर के डीटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है, खून बनाने में मदद करता है साथ ही जोड़ों के दर्द को ठीक करता है। इसके अलावा, गुड़ आयरन और मिनरल से भरपूर होता है जो प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है। खासकर सर्दियों के महीनों के दौरान जब सर्दी और फ्लू होने का खतरा ज्यादा रहता है।