नई दिल्ली 21 मार्च।सोशल मीडिया प्लेटफार्म आम चुनावों के दौरान किसी खबर या विज्ञापन पर नजर रखने की प्रणाली विकसित करेंगे। इसके लिए वे विशेष दल गठित करेंगे।
निर्वाचन आयोग के साथ बैठक में सोशल मीडिया माध्यमों ने कल स्वैच्छिक चुनाव आचार संहिता सौंपी।सोशल मीडिया ने राजनीतिक विज्ञापनों का पूर्व प्रमाणन सुनिश्चित करने पर सहमति व्यक्त की है।राजनीतिक विज्ञापन देने वालों को मीडिया प्रमाणन और निगरानी समिति से प्रमाणपत्र लेना होगा।राजनीतिक विज्ञापनों में भी पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।
लोकसभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल न हो और फेक न्यूज को फैलने से रोकने के लिए निर्वाचन आयोग ने यह कदम उठाया है। यह पहला मौका है जब इंटरनेट आधारित कंपनियों ने स्वेच्छा से ऑनलाइन प्रचार के लिए नियम तय किए हैं। भारतीय इंटरनेट और मोबाइल संगठन सोशल मीडिया और निर्वाचन आयोग के बीच समन्वय का काम करेगा।
यह आचार संहिता निर्वाचन प्रक्रिया की विश्वसनीयता बनाए रखने और सोशल मीडिया के माध्यमों स्वतंत्र, निष्पक्ष और नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए तैयार की गई है।