छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय बारिश और मेघगर्जन की गतिविधियां अब धीमी पड़ने लगी हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 17 सितंबर से प्रदेश में वर्षा की तीव्रता और वितरण में कमी आने लगेगी। हालांकि, अगले 24 घंटों में कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा और वज्रपात की संभावना अभी भी बनी हुई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा श्रीगंगानगर, नागौर, जोधपुर और बाड़मेर से गुजर रही है। वहीं, एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी विदर्भ में 3.1 किमी ऊंचाई तक सक्रिय है, जबकि दूसरा परिसंचरण पूर्वी बिहार क्षेत्र में 3.1 से 5.8 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है।
प्रदेश में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। एक-दो जगहों पर भारी वर्षा के साथ गरज-चमक और वज्रपात का खतरा भी है। 17 सितंबर के बाद से बारिश और मेघगर्जन में कमी देखने को मिलेगी। हालांकि, हल्की से मध्यम वर्षा तथा कहीं-कहीं वज्रपात की स्थिति बनी रह सकती है।
16 सितंबर को रायपुर का मौसम सामान्यतः बादलों से घिरा रहेगा। गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। शहर का अधिकतम तापमान लगभग 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान करीब 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।