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रणवीर सिंह की फिल्म को प्रोपगेंडा बताने पर अनुपम खेर ने कहा- ‘हमें छोटा महसूस…’

धुरंधर (Dhurandhar) इस वक्त हर ओर छाया हुआ है। फिल्म की सफलता के बीच कुछ लोग इसे प्रोपगेंडा भी बता रहे हैं। खाड़ी देशों में बैन हुई धुरंधर को हाल ही में ध्रुव राठी (Dhruv Rathee) ने प्रोपगेंडा बताया था। अब अनुपम खेर ने एक वीडियो जारी करते हुए न केवल फिल्म की सफलता पर हैरानगी जताई है, बल्कि प्रोपेगेंडा बुलाने पर भी अपना रिएक्शन किया है।

5 दिसंबर को रिलीज हुई धुरंधर का निर्देशन आदित्य धर ने किया है। यह फिल्म अब 1000 करोड़ क्लब में शामिल हो गई है। फिल्म की सफलता के बीच कई लोग इसे प्रोपेगेंडा बता रहे हैं। अब अनुपम खेर ने इस मुद्दे पर क्या कहा है, चलिए आपको इस बारे में बताते हैं।

धुरंधर की सफलता पर बोले अनुपम खेर
अनुपम खेर भले ही धुरंधर का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन वह इस फिल्म की कामयाबी से बहुत खुश हैं। उन्होंने एक्स हैंडल पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “धुरंधर की कामयाबी की खुशी एक बेबाक तरीके से जाहिर करने का बहुत दिल किया। तो ये वीडियो बनाया। हालांकि मेरा इस फिल्म से डायरेक्टली कोई लेना देना नहीं। पर क्यों धुरंधर एक बहुत जरूरी फिल्म और जज्बा है। कैसे इस फिल्म ने मुझे प्रेरित किया है और अच्छा काम करने के लिए। आदित्य धर और आपकी पूरी टीम को बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं। महादेव आपको बुरी नजर से हमेशा बचाए।”

अनुपम खेर ने धुरंधर को बताया लैंडमार्क
7 मिनट 43 सेकंड के वीडियो में अनुपम खेर ने धुरंधर को लैंडमार्क फिल्म बताया है और इसकी तुलना बड़ी फिल्मों मुगल-ए-आजम, सारांश, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और खोसला का घोसला जैसी फिल्मों से की है। वह धुरंधर इसलिए नहीं पसंद करते हैं क्योंकि इसे कश्मीरी (आदित्य धर) ने बनाई है, बल्कि एक फिल्ममेकर होने के नाते उन्होंने कोई फॉर्मूला नहीं फॉलो किया है।

फिल्म को प्रोपेगेंडा फिलाने पर निकाला गुस्सा

अनुपम खेर ने फिल्म को प्रोपगेंडा बताने पर कहा, “यह साबित करता है कि लोगों का एक ग्रुप था जो फिल्म को प्रोपेगेंडा साबित करने के पीछे था। यह वही ग्रुप है जिसने फिल्म को प्रोपेगेंडा साबित करने की कोशिश की। वे सफल भी हुए। यह वही ग्रुप था जिसने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को प्रोपेगेंडा साबित करने की कोशिश की। और मैं कहता हूं, उनमें से 30% सफल भी हुए। उन्होंने बहस की। लेकिन धुरंधर ने ऐसे लोगों को एक चपेड़ मारी है। आप मत तय कीजिए कि क्या प्रोपेगेंडा है। आप हमें छोटा महसूस मत कराइए।”