नई दिल्ली 21 जुलाई।कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया।
श्रीमती दीक्षित का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर किया गया।दिल का दौरा पड़ने से दिल्ली के एक निजी अस्पताल में कल उनका निधन हो गया था। वे 81 वर्ष की थीं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी,पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज उनके निवास पर जाकर श्रद्धांजलि दी।कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित अनेक नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
श्रीमती शीला दीक्षित का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस मुख्यालय पर रखा गया।कुछ देर के लिए उनका पार्थिव शरीर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में भी रखा गया।वह अन्तिम क्षण तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थी।इन दोनो ही जगहों पर बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री के सम्मान में दिल्ली सरकार ने दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। लगातार तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रही दीक्षित को राष्ट्रीय राजधानी को आधुनिक रूप देने का श्रेय जाता है। मिलनसार स्वभाव की 81 वर्षीय कांग्रेस नेत्री ने अपने कार्यकाल में दिल्ली में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बड़े स्तर पर काम किया। वे वर्ष 1998 से 2013 तक लगातार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।