नई दिल्ली 12 सितम्बर।भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कश्मीर मामले पर ध्रुवीकरण और इसका राजनीतिकरण करने का पाकिस्तान का प्रयास विफल कर दिया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आज यहां बताया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मानवाधिकार परिषद में देश का दृष्टिकोण दृढ़ता से रखा और पाकिस्तान के झूठ और गलतबयानी का सटीक जवाब दिया।उन्होने कहा कि..पाकिस्तान ने इस मामले का ध्रुवीकरण और राजनीतिकरण करने का प्रयास किया था, जिसे पूरी तरह से विफल कर दिया गया है। समूचे वैश्विक समुदाय को स्पष्ट रूप से मालूम है कि आतंकवादियों को प्रशिक्षित करने, बढ़ावा देने और पनाह देने में पाकिस्तान की बड़ी भूमिका है..।
श्री कुमार ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर कहा कि राज्य में दवाईयों की कोई कमी नहीं है और 95 प्रतिशत स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी ड्यूटी पर हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के 92 प्रतिशत हिस्से में कोई पाबन्दी नहीं है।
करतारपुर कॉरिडार पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पड़ोसी देश का इस परियोजना पर लचीला रूख नहीं है।उन्होने बताया कि पाकिस्तान ने प्रति तीर्थयात्री 20 डॉलर का सेवा शुल्क लगाने पर जोर दिया है। इस पर पहले चर्चा नहीं की गई थी। हमने इस बारे में दोबारा विचार करने के लिए उससे अनुरोध किया है। हमारा कहना है कि तीर्थयात्रा श्रद्धालुओं की आस्था का विषय है और अगर कोई वहां दर्शन करने जाता है तो उस पर आप ऐसा शुल्क नहीं लगा सकते हैं।
कुलभूषण जाधव से सम्बन्धित पाकिस्तान के एक बयान पर श्री कुमार ने कहा कि भारत इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले को लागू करने पर जोर देता रहेगा।उन्होंने कहा कि भारत इस मामले पर पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक सम्पर्क बनाये रखना चाहेगा।