रायपुर, 08 अक्टूबर।विजयादशमी के अवसर पर आज शाम डब्ल्यू.आर.एस.कालोनी में आयोजित दशहरा उत्सव में राज्यपाल अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रावण, कुम्भकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया।
राज्यपाल सुश्री उइके ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दी और सभी के जीवन में सुख, शांति एवं प्रेम का संचार की कामना की।उन्होंने कहा कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई का, असत्य पर सत्य का, अनीति पर नीति का विजय का पर्व है।यह हमारे लिए महत्वपूर्ण दिन है, इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था और इसी ही दिन महिषासुर का भी वध हुआ था।उन्होंने कहा कि असत्य, अन्याय और दुराचार रूपी पुतलों का दहन कर हम भगवान श्री राम के शौर्य की जीत का उत्सव मनाते हैं।
उन्होने कहा कि भगवान श्री राम द्वारा स्थापित जीवन मूल्य आज भी हमारे लिये आदर्श एवं मार्गदर्शक हैं। आज आवश्यकता है कि हम अपने अंदर के अहंकार, क्रोध, घृणा जैसे मनोविकारों को समाप्त करें। साथ ही इस अवसर पर भगवान श्रीराम के आदर्शों को हृदय में संजोए हुए समाज और देश का उत्थान करने का संकल्प लें और छत्तीसगढ़ की प्रगति में अपना योगदान दें।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आज अन्याय के प्रतीक रावण का भगवान श्रीराम ने वध किया, इसलिए हम सब इसे विजयादशमी के रूप में मनाते हैं। यह असत्य पर सत्य की जीत का उत्सव है।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का नौनिहाल है। यह माता कौशिल्या की भूमि है। इसलिए आज भी छत्तीसगढ़ में मामा द्वारा भांजे की चरण स्पर्श करने की परंपरा है।