रायपुर 16 फरवरी।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.रमन सिंह ने बस्तर क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) को पत्र लिखे जाने पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के पूर्व विधायकों,पूर्व सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा वापस ली जा रही हैं।
डा.सिंह ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि झीरम नक्सल हमले की जांच एनआईए को तत्कालीन प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह एवं तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में सौंपने का निर्णय हुआ था। इस जांच पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार सवाल उठाते रहे है और एनआईए पर दोषारोपण करते रहे है लेकिन आज अचानक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की घटनाओं की जांच के लिए डीजीपी पत्र लिखते है।
उन्होने इसे सरकार का दोहरा चरित्र करार देते हुए कहा कि अपने को बचाने के लिए यह कवायद की गई है।जिस एजेन्सी पर झीरम जांच में आपका विश्वास नही उसके प्रति अचानक विश्वास जगना इस सरकार के दोहरे चरित्र का परिचायक हैं।उन्होने आरोप लगाया कि भाजपा के पूर्व विधायकों,पूर्व सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा वापस ली जा रही है।डा.सिंह ने कहा कि नारायणपुर में जिस कार्यकर्ता की हत्या हुई उसने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी पर नही दी गई।
डा.सिंह ने श्री बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि वह मूल मुद्दों पर सवालों का जवाब नही देते। उन्होने प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचने और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की उपेक्षा का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हे पोस्टरों में अपने फोटो के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा हैं।
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