14 मई को अभिजीत मुहूर्त, आनंद योग, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही भौम पुष्य नक्षत्र का संयोग निर्मित हो रहा है। अयोध्या राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और शिलान्यास का मुहूर्त देने वाले पं. गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने इसे सर्वोत्तम मुहूर्त बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 मई को काशी के कोतवाल कालभैरव का आशीर्वाद लेकर नामांकन करेंगे। 14 मई को अभिजीत मुहूर्त, आनंद योग, सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही भौम पुष्य नक्षत्र का संयोग निर्मित हो रहा है। अयोध्या राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा और शिलान्यास का मुहूर्त देने वाले पं. गणेश्वर शास्त्री द्राविड़ ने इसे सर्वोत्तम मुहूर्त बताया है।
मुहूर्त के अनुसार, पुष्य नक्षत्र की शुरुआत 13 मई को दिन में 11:23 बजे से होगी और यह 14 मई को दिन में 1:05 बजे तक रहेगा। इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली के अनुसार, दोनों नक्षत्र उनके अनुकूल हैं। ग्रहों की स्थिति देखें तो नामांकन के लिए सर्वोत्तम ग्रहों की स्थिति का निर्माण हो रहा है। इस दौरान चंद्रमा भी अष्टम में नहीं है, जो कि लाभदायक होगा। 14 मई को गंगा सप्तमी के साथ ही भौम पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है।
भौम पुष्य नक्षत्र पद, प्रतिष्ठा और ऐश्वर्यकारक योग का निर्माण करेगा। इसके साथ ही इस दिन अभिजीत मुहूर्त, आनंद और सर्वार्थसिद्धि योग निर्मित हो रहा है। आनंद योग दिन में 1:05 बजे तक, सर्वार्थ सिद्धि योग पुष्य नक्षत्र में 13 मई को 11:23 बजे से 14 मई को शाम 5:49 बजे तक रहेगा। वहीं आश्लेषा नक्षत्र में 14 मई को 1:05 बजे से 15 मई को सुबह 5:49 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही अमृत काल सुबह 6:13 बजे से 7:56 बजे तक रहेगा। सूर्य 14 मई को 5:55 तक मेष राशि में और इसके बाद वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं चंद्रमा संपूर्ण दिन व रात कर्क राशि पर संचार करेगा।
14 मई को गंगा सप्तमी के साथ ही बन रहा संयोग
पं. द्राविड़ के अनुसार, राहुकाल दिन में 3:39 बजे से 5:18 बजे तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गंगा सप्तमी और भौम पुष्य नक्षत्र का संयोग ग्रहों की स्थिति सर्वोत्तम स्थितियों का निर्माण कर रही है। इस दिन कोई भी कार्य करने से अभीष्ट की सिद्धि होती है। मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र राज सत्ता के संयोग का निर्माण करेगी। पुष्य नक्षत्र में यदि किसी काम को किया जाए तो उसमें सफलता तय मानी जाती है।