Friday , November 15 2024
Home / खास ख़बर / यूपी: आरएसएस का 40 सदस्यीय दल पहुंचा मथुरा, सह सर कार्यवाह ने शुरू की परिक्रमा

यूपी: आरएसएस का 40 सदस्यीय दल पहुंचा मथुरा, सह सर कार्यवाह ने शुरू की परिक्रमा

वृंदावन में ब्रज 84 कोस अंतर्वेदी परिक्रमा के अंदर आने वाले मंदिरों के विकास के लिए आरएसएस का 40 सदस्यीय दल सह सर कार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल के नेतृत्व में चार दिवसीय यात्रा पर मथुरा पहुंचा है। ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अधिकारियों के साथ इस दल ने ठाकुर श्रीबांकेबिहारी के दर्शन कर अपनी यात्रा शुरू की। यह दल 4 दिनों तक अलग-अलग मंदिरों में दर्शन कर हकीकत से रूबरू होगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह कृष्ण गोपाल के नेतृत्व में स्वयंसेवक और ब्रज तीर्थ विकास परिषद के अधिकारी 4 दिन की ब्रज यात्रा कर रहे हैं। यह दल ब्रज के प्राचीन मंदिरों के दर्शन करेगा और वहां की स्थिति का जायजा लेगा। करीब 40 सदस्यीय यह दल 4 दिन तक ब्रज का भ्रमण करेगा। सर कार्यवाह के संग अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख रामलाल सहित अन्य स्वयंसेवक और ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र अन्य अधिकारियों के साथ बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे।

इसके बाद वहां आने वाले श्रद्धालुओं को किस तरह से सुविधा प्रदान की जा रही है इसकी जानकारी ली। बांकेबिहारी मंदिर के बाद राधावल्लभ, राधा दामोदर और राधारमण मंदिर भी यह दल गया। इसके बाद टटिया स्थान और हसानंद गोशाला का निरीक्षण किया। मंगलवार को यह दल गरुड़ गोविंद, श्रीकृष्ण जन्मस्थान, चिंताहरण महादेव, ब्राह्मण घाट और बलदेव जाएगा। इसके साथ ही रसखान समाधि का भी निरीक्षण करेगा।

तीसरे दिन बुधवार को अपनी यात्रा की शुरुआत यह दल राजस्थान के आदि बद्री से करेगा। यहां दर्शन करने के बाद यह लोग कामवन, नंदगांव होते हुए बरसाना पहुंचेेंगे। शाम को यह दल डीग के लिए रवाना होगा। जहां दल के सदस्य 1 घंटे तक वहां मौजूद मंदिरों के दर्शन करेंगे। यहां से यह लोग पूंछरी के लौठा जाएंगे और फिर गोवर्धन राधाकुंड के दर्शन कर विश्राम करेंगे। चौथे दिन आरएसएस पदाधिकारी गोवर्धन में पौधरोपण करेंगे और फिर भगवान गोवर्धननाथ का दूध से अभिषेक करेंगे।

संघ के शीर्ष पदाधिकारी और ब्रजतीर्थ विकास परिषद के अधिकारियों की यह यात्रा अहम मानी जा रही है। हालांकि इस यात्रा के बारे में न तो आरएसएस के कृष्ण गोपाल और रामलाल ने कुछ बताया और न ही ब्रज तीर्थ विकास परिषद के पदाधिकारियों ने, लेकिन माना जा रहा है कि इस यात्रा का उद्देश्य श्रद्धालुओं को ब्रज के अन्य प्रमुख स्थलों के बारे में जानकारी देना और उनको कैसे बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके इस पर मंथन करना है।