दिल्ली मेट्रो फेज-4 के तहत निर्माणाधीन मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर पर बन रहा इंटिग्रेटेड एलिवेटेड वायाडक्ट का निर्माण कार्य 60 फीसदी पूरा कर लिया गया है। देश में पहली बार इस तरह एलिवेटेड वायाडक्ट बनाया जा रहा है जिसमें दो पिलर्स के बीच रखे गए कंक्रीट के मजबूत आधार पर एक तरफ मेट्रो लाइन का वायाडक्ट है तो उसी के समानांतर फ्लाईओवर, जिस पर वाहन दौड़ेंगे।
मजलिस पार्क से मौजपुर के बीच बन रहे नए मेट्रो कॉरिडोर के सूरघाट और जगतपुर स्टेशनों के बीच पीडब्ल्यूडी के सहयोग से इसका निर्माण किया जा रहा है। सिग्नेचर ब्रिज और वजीराबाद रोड के बीच आउटर रिंग रोड के किनारे जिस जगह यह इंटिग्रेटेड वायाडक्ट बनाया जा रहा है। उसके बगल में फ्लाईओवर बना हुआ है, जिस पर से गाड़ियां निकलती हैं। इंटिग्रेटेड पोर्टल्स की मदद से इस फ्लाईओवर को और बढ़ाया जाएगा, जिससे दूसरी तरफ से भी गाड़ियां निकल सकेंगी। पोर्टल के आधे हिस्से पर फ्लाईओवर बनेगा, वहीं आधे हिस्से पर मेट्रो लाइन का वायाडक्ट रखा जाएगा। इंटिग्रेटेड एलिवेटेड वायाडक्ट की लंबाई 457.35 मीटर है, जिसमें कुल 21 पोर्टल्स बनाए जाएंगे। इनकी औसत चौड़ाई करीब 26 मीटर और जमीन से ऊंचाई करीब 10 मीटर होगी। मौजूदा समय में 21 में से 19 पोर्टल्स का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
तीन कॉरिडोर पर चल रहा निर्माण कार्य
फेज चार में तीन प्रमुखता वाले कॉरिडोर का निर्माण चल रहा है। इसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर, मजलिस पार्क-मौजपुर कॉरिडोर और तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर शामिल है। इन तीनों कॉरिडोर को मिलाकर कुल लंबाई 65 किलोमीटर होगी। फेज चार के इन तीनों कॉरिडोर का काम वर्ष 2026 तक पूरा करने के लिए तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। फेज चार का निर्माण कार्य दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था।
अंडरपास का भी होगा निर्माण
पोर्टल्स के नीचे से वाहनों की आवाजाही के लिए एक अंडरपास भी बनाया जाएगा। यह 465 मीटर लंबा होगा और इसे आउटर रिंग रोड को बुराड़ी से सिग्नेचर ब्रिज की तरफ जाने के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा प्रस्तावित सड़क से जोड़ा जाएगा। इससे क्षेत्र में यातायात दबाव काफी कम हो जाएगा। इस अंडरपास का निर्माण डीएमआरसी करेगी। फेज चार में निर्माणाधीन 12.31 किलोमीटर लंबे मजलिस पार्क-मौजपुर मेट्रो कॉरिडोर का 80 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो गया है। यह कॉरिडोर अगले वर्ष बनकर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। यह कॉरिडोर वर्तमान पिंक लाइन (मजलिस पार्क-मौजपुर) कॉरिडोर का विस्तार परियोजना है। यह कॉरिडोर तैयार होने पर दिल्ली को पहला मेट्रो रिंग कॉरिडोर मिलेगा।