बिलासपुर 12 अक्टूबर।भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने आज यहां यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लक्ष्य के साथ काम करने वाली सरकार आए तो देश आगे बढ़ता है, पर अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाने के लक्ष्य के साथ सरकार आए तो वह देश को पीछे धकेलती है।
श्री शाह यहां न्यायधानी में अधिवक्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।श्री शाह ने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ और देश से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की और केन्द्र व प्रदेश सरकार के विकास कार्यों, योजनाओं व कार्यक्रमों का ब्योरा दिया। श्री शाह ने कहा कि हमने मेहनत करने वाली पारदर्शी व संवेदनशील सरकार बनाई और आवश्यक होने पर देश के हित को प्राथमिकता में रखकर नोटबंदी और जीएसटी जैसे कुछ कड़े फैसले भी लिए।शुरुआत में इन कड़े फैसलों का विरोध जरूर हुआ, पर अब लोग इन फैसलों से होने वाले फायदों को महसूस कर रहे हैं। वि
पक्ष पर हमलावर होते हुए श्री शाह ने कहा कि देशभर में एनआरसी का विरोध करके विपक्ष घुसपैठियों की चिंता में प्रलाप कर रहा है पर ये घुसपैठिए जब बम विस्फोट करके देश के निर्दोंष नागरिकों को हताहत करते हैं, तब विपक्ष को हताहतों के परिजनों का विलाप क्यों विचलित नहीं करता? विपक्ष घुसपैठियों के लिए चाहे जितनी हमदर्दी दिखा ले, राहुल गांधी घुसपैठियों के मुद्दे पर केन्द्र सरकार के कदमों का जितना भी विरोध कर लें, 2019 के चुनाव में जीतकर आने के बाद भाजपा सरकार देशभर में छिपे घुसपैठियों को चुन-चुनकर देश से बाहर खदेड़ देगी।
श्री शाह ने केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किए गए कामों का ब्योरा देते हुए देश की आर्थिक प्रगति विकास दर के बढ़ते ग्राफ की चर्चा भी की और कहा कि भाजपा ने ही यह सिद्ध किया है कि गांव-शहर और देश का विकास एक साथ किया जा सकता है, और भाजपा की सरकारों ने चहुंमुखी विकास करके इस सत्य को स्थापित किया है।
श्री शाह ने अधिवक्ताओं से मुखातिब होकर कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में छत्तीसगढ़ की उपेक्षा ही हुई। अब जब भाजपा ने उपलब्धियों की श्रृंखला खड़ी की है तो देश के अधिवक्ताओं को यह सब देखना चाहिए। यदि वे इन विकास कार्यों की अनदेखी करेंगे, तो यह सरकार के साथ-साथ समाज प्रति अन्याय होगा क्योंकि अधिवक्ताओं का कार्य सिर्फ वोट देना ही नहीं है अपितु दिशा-दर्शन कराना भी है।