रायपुर 10 सितंबर।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मंत्री मो. अकबर के खिलाफ दर्ज एफआईआर को सरकार का राजनैतिक षडयंत्र करार दिया हैं।
श्री बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि पूर्व मंत्री मो. अकबर के खिलाफ बिना जांच किये एफआईआर दर्ज किया गया है। इस मामले में मृतक ने थाने में जो आवेदन दिया है उसमें कहीं मो. अकबर का नाम नहीं है। पुलिस जिस सुसाईड नोट की बात कर रही है, उसमें भी मृतक के हस्ताक्षर नहीं है। बिना हैंड राईटिंग एक्सपर्ट की राय के बिना पत्र के हस्ताक्षर मिलाये कैसे एफआईआर दर्ज किया गया यह सरकार का षडयंत्र है।
उन्होने कहा कि बिना हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराए आप एफआईआर नहीं कर सकते। इतनी जल्दी कैसे कर ली जबकि दूसरी तरफ संतोष पटेल दोंदेकला निवासी धरसींवा विधानसभा वह सुसाइड नोट लिखकर मरा है। भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर लिया उसके सुसाइड नोट को सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा है। उसके लिए कांग्रेस पार्टी ने भी और पटेल समाज ने भी धरना दिया। लेकिन आज तक वह सुसाइड नोट सार्वजनिक नहीं हुआ। परिवार और मृतक के परिवार के लोग मांग रहे है उसको नहीं दिए तो इसका मतलब यह है कि आप निष्पक्ष नहीं हूं पुलिस को निष्पक्ष होकर काम करना चाहिए।
श्री बघेल ने कहा कि नौ महीने में भारतीय जनता पार्टी के पास बताने के लिये कुछ नहीं है। सरकार के पास बताने के लिये कुछ नहीं है और न ही पार्टी के पास बताने के लिये कुछ नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद और विधायक खुद चिट्ठी लिखने लग गये है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल, सांसद विजय बघेल, विधायक पुरंदर मिश्रा चिट्ठी लिख रहे है। सरकार अपने सरकार से निराश हाथ लग रही है तो इनके पास बताने के लिये कुछ नहीं है और लोगो के ध्यान भटकाने के लिये है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानो पर उन्होंने कहा कि भाजपा को बुरा लगता है राहुल गांधी देश की बेरोजगारी की बात करते है। अब तक का सबसे दुर्भाग्यजनक बात तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उन्होंने कहा विदेश की धरती में जाकर मेरा दुर्भाग्य है कि भारत में पैदा हुआ इससे ज्यादा भारत विरोधी कोई दूसरा बयान मिल सकता है। इससे बड़ा बयान दूसरा नहीं हो सकता है जो बोलते हैं कि इस मिट्टी में पैदा होना उनका दुर्भाग्य था जिस मिट्टी ने उसको मुख्यमंत्री बनाया प्रधानमंत्री बनाया उसके बारे में सब भारत भूमि में तो देवता भी जन्म लेने के लिए तरसते हैं जहां वे प्रधानमंत्री ये बोलते हैं कि मेरा दुर्भाग्य उसके बारे में विष्णु जी हो और कोई भी हो।