नई दिल्ली 27 फरवरी।भारत, रूस और चीन ने आतंकवाद का कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि आतंकी गुटों को मदद नहीं दी जानी चाहिए और न ही उनका राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होना चाहिए।
रूस, भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की 16वीं बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति में तीनों देशों ने हर प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निन्दा की।इन देशों ने कहा कि आतंकी गतिविधियों का समर्थन और सहायता देने वालों को दोषी मानकर उन पर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर भारत की कार्रवाई के कारण बढ़े तनाव के बीच कड़े शब्दों में यह बयान जारी किया गया है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के विदेश मंत्री सरगेई लवरोफ ने अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया कि सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को पूरी तरह लागू किया जाये ताकि आतंकवाद समाप्त करने की दिशा में संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में वैश्विक सहयोग और मजबूत हो।