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एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट कम कर सकती है कैंसर का रिस्क, सेहत के लिए और भी 5 तरीकों से है फायदेमंद

क्या आप जानते हैं एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट आपकी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद हो सकती है। दरअसल यह शरीर की सूजन को कम करने में मदद करती है जिससे कई बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। यह डाइट कैंसर का रिस्क कम करने में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। आइए जानें कैसे।

हमारी लाइफस्टाइल और डाइट का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। इसलिए आप जो भी खाते हैं उसका असर किसी न किसी तरीके से शरीर में दिखाई देता ही है। इसलिए सही डाइट चुनना बेहद जरूरी है। ऐसे में एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट (Anti-Inflammatory Diet) आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकती है।

दरअसल, एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट शरीर में सूजन कम करने और कैंसर जैसी बीमारियों का रिस्क कम करने में काफी मददगार साबित हो सकती है (Anti-Inflammatory Diet Benefits)। आइए जानें कैसे इस डाइट की मदद से आप कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं और अपने पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट क्या है?
एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट में ऐसे फूड आइटम्स शामिल होते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करते हैं। यह डाइट फल, सब्जियां, साबुत अनाज, हेल्दी फैट्स, नट्स और मसालों पर आधारित होती है। इसलिए इस डाइट में प्रोसेस्ड फूड, रिफाइंड शुगर और ट्रांस फैट जैसी चीजों को बिल्कुल शामिल नहीं किया जाता है, क्योंकि ये सूजन बढ़ाती हैं।

कैंसर के जोखिम को कैसे कम करती है?

ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करना- एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स, जैसे- बेरीज, हल्दी, लहसुन आदि शामिल होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। फ्री रेडिकल्स सेल्स को नुकसान पहुंचाकर कैंसर का कारण बन सकते हैं।

क्रोनिक इन्फ्लेमेशन को रोकना- लंबे समय तक शरीर में सूजन बने रहने से सेल्स के डीएनए को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट इस सूजन को कंट्रोल करती है।

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना- यह डाइट शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाती है, जिससे कैंसर सेल्स से लड़ने में मदद मिलती है।

हार्मोनल बैलेंस को सुधारना- कुछ कैंसर, जैसे- ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर हार्मोनल असंतुलन से जुड़े होते हैं। एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद करते हैं।

एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट के और क्या फायदे हैं?

दिल की बीमारियों से बचाव- यह डाइट कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करती है।

डायबिटीज का खतरा घटाना- यह डाइट ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखती है और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है।

वजन कंट्रोल- एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाते हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।

पाचन तंत्र को स्वस्थ रखना- फाइबर से भरपूर फूड्स पाचन को दुरुस्त रखते हैं।

दिमाग के लिए फायदेमंद- ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटी-ऑक्सीडेंट्स दिमाग के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से बचाते हैं।