नई दिल्ली 07 अप्रैल।नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि विमान ईंधन को वस्तु और सेवा कर(जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए।
श्री प्रभु ने कहा कि इससे घरेलू एयरलाइन उद्योग के लिए भी समान अवसर उपलब्ध हो सकेंगा।उन्होंने कहा कि राज्यों में कर की दरें अलग-अलग होने के कारण टर्बाइन र्इंधन की कीमत बढ़ती है और दोबारा ईंधन भरने की लागत पूरी तरह बदल जाती है।
उन्होने कहा कि एयरलाइनें भी टर्बाइन ईंधन को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग करती रही हैं ताकि उन्हें राहत मिल सके।