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पुलिस बल की कार्य शैली समझने के लिये सेनानी होना आवश्यक-पुलिस महानिदेशक

रायपुर 10 जून।छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डी.एम.अवस्थी ने कहा कि पुलिस बल की कार्यशैली और बल की मानसिकता को सही ढंग से समझने के लिए सेनानी (कमाण्डेंट) पद का सेवाकाल आवश्यक है।

श्री अवस्थी ने आज यहां सेनानियों के सम्मेलन को सम्बेधित करते हुए कहा कि पुलिस बल की कार्यशैली और बल की मानसिकता को सही ढंग से समझने के लिए सेनानी (कमाण्डेंट) पद का सेवाकाल आवश्यक है, सशस्त्र बल के जवान बहुत कठिन और चुनौती पूर्ण परिस्थितियों का सामना करते हैं और ज्यादातर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात रहते हैं, इन जवानों ने अपने साहस और वीरता का प्रदर्शन करते हुए बहुत बड़े-बड़े नक्सल हमलों को विफल किया है।इन जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए सेनानियों को नक्सल क्षेत्रों में जाकर उनके तैनाती स्थलों पर मिलना चाहिए, और उनके साथ बैठकर भोजन करना चाहिए, उनके साथ समय व्यतित करना चाहिए जिससे पुलिस अधिकारी और जवान दोनों अपने आपको गौरान्वित महसूूस करेंगे।

उन्होने कहा कि पुलिस मुख्यालय के अधिकारी और सशस्त्र बल के उप पुलिस महानिरीक्षक भी सेनानी मुख्यालयों और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात कंपनियों का निरीक्षण करेंगे और जवानों की समस्याओं तथा उनके परिवार जनों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के प्रयास करेंगे। उन्होंने पुलिस मुख्यालय से राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों को भी बटालियन मुख्यालयों तथा कंपनियों का निरीक्षण करने के निर्देश जारी करने को कहा, उन्होंने कहा कि पुलिस जवानों और उनके परिवार के सदस्यों की जीवन शैली में विकास के लिये पुलिस अधिकारियों को हमेशा सोचना चाहिए।

श्री अवस्थी ने सेनानी पद के सेवाकाल के दौरान मध्यप्रदेश की 2री वाहिनी और 14वीं वाहिनी ग्वालियर सहित विभिन्न स्थानों का स्मरण करते हुए अपने अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पर श्री अवस्थी ने ‘‘इन्द्रधनुष योजना’’ के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले 8 (आठ) पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों, आरक्षक श्री प्रदीप ईजारदार 6वीं वाहिनी सीएनटी वाराणसी में सर्वोच्च प्रशिक्षु के रूप में चयनित किये जाने, एपीसी ओंकार साहू 7वीं वाहिनी पुलिस परिवार को कौशल विकास के विशेष योगदान के लिए प्रेरित किये जाने, ट्रेड आरक्षक सुशील शर्मा 7वीं वहिनी को डिजीटलाईजेशन एवं साफ्टवेयर के क्षेत्र में विशेष योगदान, सी.सी. एलेक्सियुस खाखा 11 वीं वाहिनी को बस्तर क्षेत्र में तैनाती के दौरान अत्यंत पिछड़े क्षेत्र एवं गरीब परिवार की बेटी का कन्यादान कर सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने, एपीसी अब्दुल हमीद खान 19वीं वाहिनी को सर्प पकड़ने एवं लोगों को सर्प दंश से बचाव एवं विशेष जागरूकता, आरक्षक अजय मिश्रा पीटीएस, माना में प्रशिक्षणार्थियों को कम्प्युटर का उत्कृष्ट प्रशिक्षण दिये जाने, आरक्षक संजय कुमार साहू पीटीएस माना में प्रशिक्षणार्थियों को वेपन और ड्रील का उत्कृट प्रशिक्षण देना, एपीसी नर्सिंग कैलाश नारायण साहू, एसटीएफ में नक्सली हमले में घायल पुलिस जवानों को तत्काल प्राथमिक उपचार करने के लिए प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मेलन में पीटीएस जगदलपुर द्वारा प्रकाशित मस्केटरी मेन्युवल पुस्तिका का विमोचन भी किया गया, यह पुस्तिका पुलिस प्रशिक्षणार्थियों के लिये अत्यंत उपयोगी साबित होगी।