रायपुर/नई दिल्ली 08सितम्बर।उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज छत्तीसगढ़ के दो नक्सल हिंसा पीड़ित जिलों दंतेवाड़ा और जशपुर को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित किया।
श्री नायडू ने इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की दो ग्राम पंचायतों कर्माहा (जिला-सरगुजा) और टेमरी (जिला रायपुर) को भी अक्षर भारत राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा।इस प्रकार छत्तीसगढ़ को आज राष्ट्रीय स्तर के चार पुरस्कार प्राप्त हुए। आज के समारोह में देश के विभिन्न राज्यों को कुल 11राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए।इनमें से चार पुरस्कार छत्तीसगढ़ को मिले।
श्री नायडू ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ एक नया राज्य है, जो हर क्षेत्र में तेजी से तरक्की कर रहा है। साक्षरता के क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ की तरक्की सराहनीय है।उन्होंने कहा कि पूरे देश को वर्ष 2022 तक शत-प्रतिशत साक्षर बनाने का लक्ष्य है।इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सबकी भागीदारी बहुत जरूरी है।इस अवसर पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी उपस्थित थे।
समारोह में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार जिला पंचायत दंतेवाड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौरव सिंह ने और जशपुर जिले का पुरस्कार वहां की जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीपक सोनी ने ग्रहण किया। ग्राम पंचायत कर्माहा (जिला सरगुजा) का पुरस्कार वहां की जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनुराग पाण्डेय ने और ग्राम पंचायत टेमरी (जिला-रायपुर) का पुरस्कार वहां की सरपंच श्रीमती तिजिया बंजारे ने ग्रहण किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के चारों जिलों की लोक शिक्षा समितियों के परियोजना अधिकारी भी उपस्थित थे।