नई दिल्ली 27 अगस्त।सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे ने कहा है कि देश के हर जिले में कम से कम एक सामुदायिक रेडियो होना चाहिए। जिस पर स्थानीय लोग अपने समुदाय से संबंधित सामाजिक और विकास के मुद्दों पर जागरूक हो सकें।
श्री खरे ने आज यहां सातवें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो सम्मेलन के उद्घाटन को सम्बोधित करते हुए कहा कि सामुदायिक रेडियो द्वारा दी जाने वाली सेवायें स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं और इनसे ग्रामीण क्षेत्र में बड़ा बदलाव आया है।
उन्होने कहा कि स्थानीय भाषा, विषय-वस्तु और जरूरतों को सामुदायिक रेडियो बहुत अच्छी तरह से प्रस्तुत करते हैं।उन्होने कई रिपोर्टों के पढने का उल्लेख करते हुए कहा कि सामुदायिक रेडियो कठिन परिस्थितियों में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं जैसे वर्षा तथा तटीय क्षेत्रों में बाढ़ की जानकारी देना।
इस तीन दिवसीय सामुदायिक रेडियो सम्मेलन का आयोजन सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने किया है। देश भर से आये सामुदायिक रेडियो के प्रतिनिधि इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। इस सम्मेलन में सरकार की योजनाओं जैसे जलशक्ति अभियान और आपदा के खतरों को कम करने के प्रयासों पर भी चर्चा की जायेगी।