भोपाल/जयपुर 16 सितम्बर।मध्य प्रदेश और राजस्थान में लगातार वर्षा से बाढ़ जैसी स्थिति है।
मध्य प्रदेश से मिली खबरों के मुताबिक मंदसौर, रतलाम, अगरमालवा, शाजापुर, भिंड शिवपुर, नीमच, दमोह, रायसेन और अशोक नगर जिलों में बचाव और राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 45 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बचाव और राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ के 100, होमगार्ड के 600, एनडीआरएफ के 210 और राज्य पुलिस बल के 15 हजार जवानों को तैनात किया गया है। सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है।
सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित जिलों को 100 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है राहत और बचाव कार्य पर 325 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। राज्य सरकार के अनुरोध पर, केंद्र जल्द ही बारिश के कारण हुए नुकसान का अध्ययन करने के लिए एक अंतर मंत्रालय टीम मध्य प्रदेश भेजेगा।
राजस्थान में तेज बारिश से राज्य के दक्षिणी और पूर्वी भागों में बाढ़ जैसी स्थिति है।चम्बल नदी का पानी कई गांवों में पहुंच गया है। राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज बांध के सभी गेट खोल दिये गये हैं। कोटा, सवाई माधोपुर तथा धौलपुर जिलों के कई गांव पानी से घिर गये हैं। प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना तैनात की गयी है। झालावाड जिले में रेलवे ट्रैक पर पानी भरने के कारण कई टेने रद्द की गयी हैं।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटें के लिए कोटा, झालावाड़, बारां और चित्तोड़गढ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, वहीं कई जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है।