रायपुर 04 जून।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल को पत्र लिखकर उनसे राम वन गमन परिपथ के तैयार कान्सेप्ट प्लान को स्वदेश दर्शन योजना में स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया है।
श्री बघेल ने केन्द्रीय मंत्री श्री पटेल को लिखे पत्र में शोधकर्ताओं से प्राप्त जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम के द्वारा अपने वनवास काल के 14 वर्षों में से लगभग 10 वर्ष से भी अधिक समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया गया था जिसकी पुष्टि यहां के लोकगीतों के माध्यम से भी होती है।
उन्होने कहा कि राज्य में कोरिया जिले की गवाई नदी से होकर सीतामढ़ी हरचैका नामक स्थान से प्रभु श्रीराम ने छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। इस दौरान उन्होंने 75 स्थलों का भ्रमण करते हुए सुकमा जिले के रामाराम से दक्षिण भारत में प्रवेश किया था। उक्त स्थलों में से 51 स्थल ऐसे है, जहां प्रभु श्रीराम ने भ्रमण के दौरान रूक कर कुछ समय व्यतीत किया था, जिसकी पुष्टि शोधकर्ताओं के शोध आलेखों से होती है।
उन्होने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ को विकसित करने के उद्देश्य से प्रथम चरण में 09 स्थलों का चयन किया गया है।राम वन गमन पर्यटन परिपथ में प्रस्तावित 09 स्थलों को लेते हुए पर्यटन विभाग द्वारा एक कान्सेप्ट प्लान तैयार किया गया है, जिसकी लागत 137.45 करोड़ रूपए है।उन्होने श्री पटेल से छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ विकसित करने के कान्सेप्ट प्लान को स्वीकृति देने का आग्रह किया है।