झांसी/नई दिल्ली 29 अगस्त।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान में कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है।
श्री मोदी ने आज रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के महाविद्यालय और प्रशासनिक भवन का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करते हुए कहा कि किसानों, उत्पादकों और उद्यमियों को सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य हासिल करने में भी कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है।श्री मोदी ने कहा कि कृषि में आत्मनिर्भरता केवल खाद्यान्न तक सीमित नहीं है।
उन्होंने कहा कि इसी भावना के साथ कृषि से संबंधित बहुत से ऐतिहासिक सुधार किए गए हैं। श्री मोदी ने कहा कि अन्य उद्योगों की तरह ही अब किसान भी देश में कहीं भी अपने उत्पाद बेच सकते हैं, जहां उन्हें बेहतर कीमत मिले। उन्होंने कहा कि क्लस्टर आधारित व्यवस्था के तहत बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए इस काम के लिए एक लाख करोड रुपये का विशेष कोष रखा गया है।
कृषि को आधुनिक तकनीक से जोडने के बारे में किए जा रहे उपायों की चर्चा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों की इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका है।उन्होंने कहा कि इस समय देश में तीन केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय हैं जबकि छह वर्ष पूर्व ऐसा केवल एक विश्वविद्यालय था।
कृषि से संबंधित चुनौतियों का सामना करने में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की चर्चा करते हुए उन्होने हाल में हुए टिड्डियों के हमले का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने टिड्डियों के हमले को रोकने और नुकसान को कम से कम करने की दिशा में युद्धस्तर पर काम किया।