नई दिल्ली 08 सितम्बर।शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में सुधार कर शत-प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री निशंक ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा कि सरकार, संगठनों, ग्रामसभाओं और अन्य हितधारकों को इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक मिशन के रूप में काम करना होगा। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से हर दो महीने में साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा करने को कहा। श्री निशंक ने कहा कि आबादी का एक बड़ा हिस्सा अब भी साक्षर नहीं है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में और अधिक प्रयास करने की जरूरत है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई नीति देश की मान्यताओं और मूल्यों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हर आदमी को कम से कम एक व्यक्ति को पढ़ाना चाहिए। श्री निशंक ने आशा व्यक्त की कि 2030 तक पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्तकरने के लिए पढ़ना लिखना अभियान’ के नाम से नई साक्षरता योजना आगे बढ़ रही है। कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य देशभर के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष तक के अशिक्षित बच्चों और उससे अधिक उम्र के 57 लाख व्यस्कों को शिक्षित करना है।