नई दिल्ली 26 मार्च।केन्द्र सरकार ने शराब कारखानों और चीनी मिलों से कहा है कि वे सेनिटाइजर बनाने के लिए ऐथेनॉल का ज्यादा से ज्यादा उत्पादन करें।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि एक सौ डिस्टिलरियों और 500 से अधिक सेनिटाइजर बनाने वाली कम्पनियों को हैंड सेनिटाइजर के उत्पादन की इजाजत दी गई है। इनमें से ज्यादातर ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है और बाकी एक सप्ताह के भीतर उत्पादन करने लगेंगी।
मंत्रालय ने कहा है कि केन्द्र और राज्य सरकारें देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की सुचारू सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रही हैं। मंत्रालय ने कहा है कि सेनिटाइजरों की मांग और आपूर्ति दोनों ही दिन-प्रतिदन बढ़ रही है। इसमें संतुलन बनाये रखने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को ऐथेनॉल की सप्लाई में आने वाली बाधाओं को दूर करने को कहा है।
मंत्रालय ने हैंड सेनिटाइजर का उत्पादन करने को इच्छुक डिस्टिलरियों और आवेदकों को जल्द लाइसेंस और इजाजत देने को भी कहा है। मौजूदा सेनिटाइजर उत्पादकों को उत्पादन बढ़ाने के लिए तीन शिफ्टों में काम करने को भी कहा गया है।आम लोगों और अस्पतालों को हैंड सेनिटाइजर किफायती दामों पर उपलब्ध हो सकें, इसके लिए सरकार ने इनका अधिकतम खुदरा मूल्य भी तय कर दिया है। दो सौ मिलीलीटर की सेनिटाइजर की बोतल का अधिकतम खुदरामूल्य एक सौ रुपया तय किया गया है।