नई दिल्ली 08 अक्टूबर।केन्द्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान का आज यहां उपचार के दौरान निधन हो गया।वह लगभग 74 वर्ष के थे।
श्री पासवान को हृदय सम्बन्धी समस्या के कारण राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था,जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।उनके निधन की पहली अधिकृत जानकारी उनके पुत्र चिराग पासवान ने दी।
श्री पासवान की पहचान एक दलित एवं सामाजिक न्याय के हितैषी एक नेता के साथ ही सियासी हवा के रुख को भांपने और विरोधियों के दिल में भी जगह बनाने वाले दूरदर्शी नेता की थी।श्री पासवान विश्वनाथ प्रताप सिंह, एच. डी. देवगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, डा.मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रहे।
श्री पासवान का जन्म बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी में 05 जुलाई 1946 को हुआ था।पटना विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर और कानून की डिग्री हासिल करने वाले श्री पासवान को एक पुत्र और तीन पुत्री है।वर्ष 2000 में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से अलग होकर श्री पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का गठन किया और तब से वर्ष 2019 तक वह इसके अध्यक्ष रहे। पांच नवंबर 2019 को श्री पासवान ने पार्टी की कमान अपने पुत्र चिराग पासवान को सौंप दी।
श्री पासवान 10 बार लोकसभा के सदस्य रहे। श्रम, कल्याण, रेल, संचार, कोयला एवं खान, दूरसंचार और खाद्य एवं उपभोक्ता जैसे मंत्रालय को चलाने का अनुभव रखने वाले श्री पासवान दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिये सदैव कार्य करते रहे है लेकिन अन्य वर्गों से भी उनका नाता बहुत गहरा था।