नई दिल्ली 22 जनवरी।केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच आज 11वें दौर की बातचीत फिर बेनतीजा रही।दोनो ही पक्ष अपने अपने रूख पर कायम है।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तीनों कृषि कानूनों में वैसे तो कोई समस्या नहीं है, लेकिन सरकार ने किसान संगठनों के सामने प्रस्ताव रखा था कि एक से डेढ़ साल के लिए तीनों कानूनों के क्रियान्वयन को स्थगित रखने का प्रस्ताव दिया था।सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि वह कृषि कानूनों को निरस्त करने की बजाए अन्य विकल्पों पर विचार करने को तैयार है।श्री तोमर ने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी तत्व यह कोशिश कर रहे हैं कि आंदोलन जारी रहे।
दूसरी ओर किसान नेताओं ने सरकार पर हठवादिता का रूख अपनाने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि तीनो कृषि कानूनो को रद्द करने की मांग से वह पीछे नही हठने वाले नही है।उन्होने यह भी कहा कि सरकार और पुलिस का रवैया जो भी रहे किसान 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर रैली निकालने पर वह सभी अडिग है। रैली पूरी तरह से शान्तिपूर्ण है।