अम्बिकापुर 12 फरवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैनपाट अपनी खूबसूरती के साथ सरगुजिहा,भोजपुरी तथा तिब्बती संस्कृति का संगम है।
श्री बघेल ने आज प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट के रोपखार जलाशय के पास 12 से 14 फरवरी तक आयोजित तीन दिवसीय मैनपाट महोत्सव का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा कि सरगुजा अंचल अपनी लोक संस्कृति एवं समृद्ध कला से विशिष्ट पहचान रही है। मैनपाट अपनी खूबसूरती के साथ सरगुजिहा, भोजपुरी तथा तिब्बती संस्कृति का संगम है। यहां के बौद्ध मंदिर की अलग पहचान है।
उन्होंने कहा कि मैनपाट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राम वनगमन परिपथ से जोड़ा गया है। प्रथम चरण में इस परिपथ के 9 स्थानों को विकसित किया जा रहा है।उन्होने कहा कि हम किसानों के हित को ध्यान में रख कर योजना बनाते हैं और काम करते है। इस वर्ष पिछले 20 वर्ष में सबसे अधिक धान की खरीदी की गई है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की चौथी क़िश्त का भुगतान 31 मार्च से पहले कर दिया जाएगा।
श्री बघेल ने कहा कि केन्द्रीय पूल में छत्तीसगढ़ के चावल का कोटा बढ़ाने के लिए कई बार केंद्र को पत्र लिखा गया, मंत्रियों से मुलाकात की गई लेकिन अभी तक नतीजा कुछ नही निकाला। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर छत्तीसगढ़ के चावल का कोटा बढ़ाने का आग्रह किया जाएगा।