रायपुर 03 मार्च।छत्तीसगढ़ में एक एमबीबीएस चिकित्सक की शिक्षा पर सरकार का लगभग 96 लाख रूपए खर्च होता है।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने आज विधानसभा में प्रश्नोत्तरकाल में जनता कांग्रेस के धर्मजीत सिंह के पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी दी।उन्होने बताया कि शासकीय मेडिकल कालेजों में शिक्षा ग्रहण करने वाले अण्डरग्रेजुएट को ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने के लिए दो वर्ष तथा पोस्टग्रेजुएट को एक वर्ष का बांड भरना होता है अन्यथा उन्हे क्रमशः 50 लाख एवं 40 लाख रूपए जमा करने का नियम है।
श्री सिंह के इन नियमों के बावजूद मेडिकल कालेजों में आधे पद रिक्त रहने पर सवाल उठाते हुए दूसरे कड़े उपायों पर विचार करने के बारे में पूछे जाने पर श्री सिंहदेव ने कहा कि राज्य में नए मेडिकल कालेज खुलने के बाद तैनाती बढ़ी है।आने वाले समय में स्वीकृत पदों के भरने के बाद संभवतः बांड भरवाने की भी जरूरत नही रह जायेंगी।
मंत्री श्री सिंहदेव ने कांग्रेस सदस्य सत्यनारायण शर्मा के एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में शिक्षकीय कार्य के लिए 886 पद स्वीकृत है जिसमें 271 पद रिक्त है।उन्होने बताया कि इन महाविद्यालयों से सम्बद्द चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के 76,स्टाफ नर्स के 632 तथा टेक्नीशियन के 118 पद रिक्त है।