रायपुर 10 मई।भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर कोरोना से निपटने और टीकाकरण में अक्षम होने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोगो को दवा और उपचार की व्यवस्था करने में असफल घर घर शराब पहुंचाने में ज्यादा सक्रियता दिखा रही है।
डा.सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्यपाल अनुसुईया उइके को आज 13 सूत्रीय ज्ञापन देने के बाद राजभवन के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में यह आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हे कोरोना से निपटने और टीकाकरण के बारे में सार्थक सुझाव देने के लिए समय मांगता है,तो चार दिन बाद का समय वह भी वर्चुवल बैठक का मिलता है।इससे पता चलता है कि मुख्यमंत्री कितने गंभीर है,और सरकार के मुखिया का विपक्ष के प्रति क्या व्यवहार है।
उऩ्होने कहा कि मुख्यमंत्री के इस तरह के रवैये को देखते हुए भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और उऩ्हे ज्ञापन देने के साथ ही सार्थक सुझाव दिया और उनसे राज्य सरकार से लिखित में 18 से 44 आयु वर्ग के एक लाख 30 हजार लोगो के अगले छह माह में टीकाकरण की कार्य योजना मांगने का अऩुरोध किया है।उऩ्होने इस आयु वर्ग के टीकाकरण को चार वर्गों में बांटने को राज्य सरकार के निर्णय पर भी सवाल उठाया।उऩ्होने यह भी आरोप लगाया कि टीकाकरण केन्द्रं पर एपीएल कार्ड नही होने प लोगो को भगाया जा रहा है।
डा.सिंह ने कहा कि राज्य सरकार के पास शऱाब के सेस का 600 करोड़ कर्मचारियों के वेतन कटौती का 300 करोड़ सहित कई मदों का पैसा है,लेकिन वह टीकाकरण और अन्य आवश्यक संसाधनों पर राशि खर्च नही कर रही है।उन्होने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट तो छोडिए ग्रामीण क्षेत्रों में एंटीजन टेस्ट भी नही हो रहा है।कम टेस्ट कर स्थिति के बेहतर होने का दावा किया जा रहा है।इसमें पूरी हेराफेरी हो रही है।
उऩ्होने राज्य में आज से शराब की शुरू घऱ पहुंच सेवा पर गंभीर सवाळ खड़ा करते हुए कहा कि शराब की जगह दूसरी दवाएं आदि पीने से 10 लोगो की मौत होने का हवाला देते हुए आननफानन में घर पहुंच सेवा को मंजूरी दी गई।एक तरह से आपदा में अवसर ढूढ़ निकाला गया। मौतों की जांच और कार्रवाई की बजाय घर पहुंच सेवा शुरू करने का देश में दूसरा उदाहरण नही मिलेगा।