रायपुर 06 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर महिला स्व-सहायता समूहों पर बकाया 12.77 करोड़ का कालातीत ऋण माफ करने की घोषणा की हैं।
श्री बघेल ने आज अपने निवास में आयोजित तीजा-पोरा त्यौहार के कार्यक्रम में इस घोषणा के साथ ही महिला कोष से महिला समूहों को प्रति वर्ष दिए जाने वाले ऋण के बजट में भी पांच गुना वृद्धि कर महिला कोष के बजट की राशि दो करोड़ रूपए से बढ़ाकर 10 करोड़ रूपए करने की भी घोषणा की।इस घोषणा से स्व सहायता समूहों से जुड़ी लाखों बहनों के सर से 12 करोड़ 77 लाख रूपए के कर्ज का बोझ उतर जाएगा।
श्री बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ सरकार समाज के सभी वर्गो के साथ न्याय करने में जुटी है। किसानों की कर्ज माफी एवं सिंचाई कर की माफी से राज्य में न्याय की शुरूआत हुई। यह कड़ी आगे बढ़ते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना के बाद आज महिलाओं को न्याय देने के उद्देश्य से ऋण माफी के रूप में सामने आई है।
उन्होने कहा कि महिला समूहों पर बकाया कालातीत ऋण की माफी से समूहों से जुड़ी लगभग एक लाख महिलाएं नये सिरे से अपनी आर्थिक गतिविधियां संचालित करने के योग्य हो जाएंगी और उन्हें इसके लिए सहजता से ऋण की उपलब्ध हो सकेगा।महिला समूहों को अब दो लाख रूपए की ऋण की पात्रता होने से वह स्व-रोजगार एवं स्वावलंबन की गतिविधियों और अधिक विस्तार देने में सक्षम होंगी। इससे उनके आय में वृद्धि होगी और वह आर्थिक रूप से सशक्त होंगी।
कार्यक्रम को महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंह देव ,कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ.रागिनी नायक, सुश्री अलका लांबा, श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने भी संबोधित किया और सभी को तीजा-पोरा पर्व की बधाई दी।