रायपुर, 30 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए स्मरण किया।
डॉ.महंत ने आज यहां जारी संदेश में कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने। बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहाँ की महिलाओं ने सरदार की उपाधि प्रदान की। आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है।
डॉ.महंत ने कहा कि इंदिरा जी लगातार तीन पारी के लिए देश की प्रधानमंत्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। इंदिरा गाँधी में अपार साहस, निर्णय शक्ति और धैर्य था। उनमें गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी।भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी एक ऐसी महिला जो न केवल भारतीय राजनीति पर छाई रहीं बल्कि विश्व राजनीति के क्षितिज पर भी वह विलक्षण प्रभाव छोड़ गईं। यही वजह है कि उन्हें लौह महिला के नाम से संबोधित किया जाता है। गरीबी मुक्त भारत इंदिरा जी का एक सपना था, आज भी वह सपना साकार नहीं हो पाया है। सभी लोगों को भारत से गरीबी को मिटाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, ताकि उनके सपने को हकीकत में तब्दील किया जा सके।