जयपुर 16 दिसम्बर।राजस्थान में सरकारी अस्पतालों के दस हजार से अधिक डाक्टरों के अनिश्चित काल के कार्य बहिष्कार से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं पर बहुत बुरा असर पड़ा है।
पुलिस ने राज्य के विभिन्न जिलों में 50 से अधिक डाक्टरों के खिलाफ राजस्थान आवश्यक सेवा अनुरंक्षण अधिनियम के तहत मामले दर्ज किये हैं।डाक्टरों ने कई जिलों में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और गिरफ्तारियां दीं।सेवारत चिकित्सक संघ ने सरकार पर समझौते की पालना न करने और दमनात्मक कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
दूसरी ओर चिकित्सा मंत्री ने कहा कि समझौते के ज्यादातर बिंदुओं पर कार्रवाई की जा चुकी है इसलिए चिकित्सकों का हड़ताल पर जाना पूरी तरह से गैरकानूनी है उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की गिरफ्तारियां जारी रहेंगी। राजस्थान उच्च न्यायालय भी चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार को पहले ही अवैध ठहरा चुका है।