रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाने वाले अजिंक्य रहाणे अभी भी भारत के लिए खेलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। इस दौरान उन्होंने एक दिलचस्प पहलू पर भी बात की है जिसकी चर्चा अब हर जगह होने लगी है। दरअसल, रहाणे ने बताया है कि पिछले तीन सालों में विराट कोहली, चेतेश्वर पुराजा और उनकी बैटिंग औसत में गिरावट क्यों आई है। रहाणे ने बताया कि भारतीय पिचों की प्रकृति के कारण पिछले तीन सालों में उनकी बैटिंग औसत में गिरावट आई है।
रहाणे ने कहा ‘यहां कोई गलती नहीं थी (बल्लेबाजी की उनकी शैली में उनका औसत गिर गया), हम पिछले तीन वर्षों से भारत में खेल रहे थे। अगर आप उन खिलाड़ियों को देखें जो तीसरे, चौथे या पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं तो विकेटों के कारण उनका औसत नीचे आ गया है। पूजी-विराट और मेरा (पुजारा, कोहली) औसत नीचे आ गया है।’
उन्होंने आगे कहा ‘मुझे नहीं लगता कि बहुत सारी गलतियाँ थीं; ऐसा हर बार नहीं है कि हम गलतियां कर रहे थे। कभी-कभी विकेट ऐसे होते थे, यह कोई बहाना नहीं है, लेकिन सभी ने देखा कि भारत में हमारे पास किस तरह के विकेट हैं।’
34 साल के रहाणे ने भारत के लिए 82 टेस्ट खेले हैं जिनमें से 17 पिछले तीन साल में खेले गए हैं। 2020-21 सीज़न में 14 पारियों (8 टेस्ट) में उनका औसत 29.23 था जबकि 2021 में यह नौ पारियों (5 टेस्ट) में और गिरकर 19 हो गया। 2021-22 सीजन में आठ पारियों (4 टेस्ट) में उनका औसत 21.87 का रहा। उनका इकलौता शतक 2021 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे में लगा जबकि दो अर्धशतक पिछले तीन साल में आए।
फरवरी 2021 से 17 में से 5 टेस्ट रहाणे ने भारत में खेले। इस दौरान टीम इंडिया का सामना इंग्लैंड और न्यूजीलैंड से हुआ। रहाणे ने इन टीमों के खिलाफ 9 पारियों में मात्र एक ही अर्धशतक जड़ा।
उन्होंने कहा, ‘एक बल्लेबाज के तौर पर यह हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर तब जब आप मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर रहे हों। सलामी बल्लेबाजों के लिए यह आसान है क्योंकि वह सख्त गेंद से खेलते हैं। लेकिन जब कोई बल्लेबाज आउट होता है तो हम सोचते हैं कि हमने कहां गलत किया।’