रायपुर, 01 जनवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सुरक्षा बलों के जज्बे, शौर्य, हौसले और साहस से नक्सली कुछ क्षेत्रों में सिमट कर रह गए हैं।आने वाले वर्षों में नक्सलवाद बीते दिनों की बात हो जाएगी।
श्री बघेल ने आज यहां पुलिस परेड मैदान में पुलिस के अधिकारियों और जवानों के लिए आयोजित नववर्ष मिलन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन,पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू,गृह विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार पिंगुआ सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री बघेल ने कहा कि बस्तर संभाग में नक्सली अब छोटे से क्षेत्र में सिमट कर रह गए हैं। राज्य सरकार की विश्वास, विकास और सुरक्षा की रणनीति पर चलते हुए हमारे जवानों ने आदिवासियों और वनवासियों का विश्वास जीतने में सफलता पाई है। पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के साहस, समर्पण और बहादुरी से बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क, पुल-पुलिया का निर्माण संभव हो सका है। अंदरूनी इलाकों में लोगों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। लोग पुलिस कैंम्प खोलने की मांग करने लगे हैं।
उन्होने कहा कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में एक वर्ष में 23 कैम्प खोले गए हैं। शायद ही देश के किसी संवेदनशील इलाकों में इतने कैम्प खोले गए होंगे। पुलिस कैम्प आदिवासियों और वनवासियों के लिए सुविधा केन्द्र के रूप में काम कर रहे हैं। कैम्प के नजदीक आंगनबाड़ी, राशन दुकान, स्कूल, हाट-बाजार खुले हैं। लोग अब यह समझने लगे हैं कि पुलिस कैम्प हमारी सुरक्षा के लिए हैं। अंदरूनी इलाकों में बनने वाली सड़कें और मोबाईल टावर उनकी सुविधा के लिए हैं। बस्तर अंचल के जन-जीवन में यह एक बहुत बड़ा परिवर्तन देखने को मिल रहा है। हमारी पुलिस ने लोगों का दिल जीता है।
उन्होंने सुकमा में भेंट मुलाकात के दौरान सामाजिक संगठनों के साथ मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि यहां व्यापारी संगठनों ने बताया कि अब उन्हें सुकमा में शादी-ब्याह करने में कोई परेशानी नही आती। यह हमारे पुलिस बलों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।पुलिस बलों के सम्मान में इससे बड़ी कोई बात नहीं हो सकती।