जयपुर 12 जनवरी।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद और राज्य विधानसभाओं में कोई भी कानून पारित करने से पहले पर्याप्त बहस और चर्चा होनी चाहिए।
श्री बिरला ने अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह को आज संबोधित करते हुए कहा कि हमारी कोशिश रहती है कि शब्दों में जो भी विषय आता है उन विषयों पर लंबी चर्चा हो, संवाद हो, आम आदमियों की आवाज जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से पहुंचे ताकि हर कल्याणकारी योजनाओं की जवाबदेही तय हो, पारदर्शिता हो, जनता की भागीदारी हो और कार्यपालिका पर नियंत्रण हो। यह हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं की विशेषता रही है।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने समारोह के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सदन की बैठक समय पर बुलाई जाए। श्री मिश्रा ने बिना सत्रावसान के सदन की बैठक बुलाने की स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए घातक है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में सामाजिक सुरक्षा के लिए कानून लाया जाए। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सी पी जोशी ने विधानसभाओं को वित्तीय स्वायत्तता देने की मांग की।दो दिवसीय सम्मेलन में नौ प्रस्ताव पारित किए गए हैं।